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स्पोर्ट्स डेस्क: भारत के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज जहीर खान के लिए आज का दिन बेहद खास है। दरअसल 1978 में जन्मे जहीर आज यानी 7 अक्तूबर को 44 साल के हो गए हैं। जहीर ने तेज गेंदबाजी के करियर में कई उपलब्धियां हासिल की। लेकिन क्या आपको मालूम है कि जहीर खान कभी तेज गेंदबाज नहीं बनना चाहते थे। जहीर का सपना था कि वह पढ़-लिखकर इंनजीनियर बने, लेकिन जहीर के पिता ने उनसे कहा कि बेटा देश में इंजीनियर तो बहुत हैं तुम तेज गेंदबाज बनो और भारत के लिए खेलो। जहीर के पिता 17 की उम्र मे्ं उन्हें मुंबई ले गए और फिर जहीर ने जिमखाना के खिलाफ फाइनल में 7 विकेट लेकर सुर्खियों बटौरी।

1978 में महाराष्ट्र के अहमदनगर में जन्मे और श्रीरामपुर के रहने वाले जहीर खान ने इसके बाद फिर क्रिकेट की दुनिया में ऐसी जगह बनाई कि उन्होंने पीछे मुड़कर वापस नहीं देखा। उनकी क्रिकेट की दुनिया में दमदार शुरुआत हुई और उन्हें मुंबई और वेस्ट जोन की अंडर-19 टीम में शामिल कर लिया गया। इसके बाद जहीर एमआरएफ पेस अकादमी से होते हुए तेजी से आगे बढ़े और भारत की अंतर्राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में सफल हुए। उन्होंने साल 2000 में टीम इंडिया के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया।

ऐसा रहा जहीर का क्रिकेट करियर
जहीर ने अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में भारत के लिए 92 टेस्ट और 200 वनडे मैच खेले। इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 311 और वनडे मैचों में 282 विकेट हासिल किए। जहीर ने इसके अलावा 17 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में भी भाग लिया और 17 विकेट चटकाए। कुल मिलाकर जहीर ने 309 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 610 विकेट अपने नाम किए और देश के दिग्गज तेज गेंदबाजों की लिस्ट में शुमार हुए।

जहीर को माना जाता है नकल बॉल का आविष्कारक
जहीर खान को नकल बॉल की खोज करने का श्रेय जाता है। जब वह साल 2004-05 में अपने करियर के बुरे दौर से गुजर रहे थे, तब उन्होंने प्रैक्टिस के दौरान इस नकल बॉल पर काफी काम किया था। इसके बाद जब उनकी भारतीय टीम में वापसी हुई, तब से उन्होंने अपने इस खास हथियार को इंटरनेशनल क्रिकेट में आजमाना शुरू किया।

वर्ल्ड कप में निभाई अहम भूमिका
जहीर ने शानदार गेंदबाजी के साथ भारत में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप की टीम में अपनी जगह पक्की की और शानदार प्रदर्शन किया। जहीर ने वलर्ड कप में भारत को जिताने में अहम भूमिका निभाई। वह 2011 वर्ल्ड कप में संयुक्त रूप से सर्वाधिक 21 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। जहीर ने 2003 वर्ल्ड कप में भी गांगुली की अगुवाई में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। वर्ल्ड कप इतिहास में भी जहीर खान भारत की तरफ से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने मात्र 23 वर्ल्ड कप मैचों में 20.22 की औसत से 44 विकेट अपने नाम किए हैं।