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स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय टीम के तेज गेंदबाज अशोक डिंडा ने मंगलवार 2 फरवरी को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था। डिंडा के संन्यास के ऐलान के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। वेस्ट बंगाल की टीम से क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने वाले  डिंडा ने घरेलू क्रिकेट में काफी नाम कमाया लेकिन अंतरारष्ट्रीय करियर सफल नहीं रहे। 

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बीसीसीआई ने डिंडा को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए ट्विटर पर लिखा, अशोक डिंडा क्रिकेट के सभी प्रारूपों से रिटायर हो गए हैं, हम उनके उज्जव भविष्य की कामना करते हैं। इससे पहले डिंडा ने एक प्रैस कांफ्रेंस के जरिए कहा था कि भारत के लिए खेलना हर किसी का उद्देश्य है, मैंने बंगाल के लिए खेला इसलिए मुझे भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे भारत के लिए खेलने का मौका दिया। दीप दास गुप्ता, रोहन गावस्कर जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने मुझे बंगाल के लिए खेलने पर मार्गदर्शन किया। मुझे हर बार विकेट लेने के लिए समर्थन मिला। 

मई 2010 में वनडे में डेब्यू करने वाले डिंडा ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, पूर्व भारतीय कप्तान ने महेशा उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा, मैं सौरव गांगुली को विशेष धन्यवाद कहना चाहूंगा। मुझे 2005-06 याद है, सौरव गांगुली ने मुझे 16 सदस्यीय टीम में चुना, मैंने महाराष्ट्र के खिलाफ डेब्यू किया। मैं हमेशा दादा के कर्ज में हूं, उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया। मैंने बंगाल में अपने करियर के लिए समय देने का फैसला किया है। 

क्रिकेट करियर 

36 साल के डिंडा ने भारत के लिए 13 वनडे और 9 टी20 मैच खेलें हैं जिसमें उन्होंने क्रमश : 13 और 17 विकेट लिए हैं। डिंडा भारत के लिए टी20 में एक सफल गेंदबाज रहें हैं लेकिन उन्हें टीम में कम ही मौके मिले। वहीं फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें तो डिंडा ने 116 मैचों में 420 विकेट अपने नाम किए हैं। हाल ही में वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में गोवा की टीम के लिए खेलते हुए नजर आए थे। 

कोच को दे दी थी गाली 

साल 2019 में अशोक डिंडा एक विवाद में फंस गए थे। दरअसल डिंडा पर आरोप लगा था कि उन्होंने क्रिकेट के मैदान में वेस्ट बंगाल की टीम के गेंदबाजी कोच के अपशब्द कह दिए थे। इस कारण डिंडा ने बंगाल की टीम का साथ छोड़ गोवा की टीम के साथ खेलने लगे थे।