Edited By ,Updated: 18 Feb, 2015 06:17 PM
संन्यास ले चुके भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आज कहा कि शीर्ष पर पहुंचने के लिए उन्हें सबसे कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने साथ ही कहा कि 24 साल के क्रिकेट करियर के दौरान उनका हमेशा से विश्वास रहा कि उनका बल्ला ही जवाब देगा।
मुंबई: संन्यास ले चुके भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आज कहा कि शीर्ष पर पहुंचने के लिए उन्हें सबसे कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने साथ ही कहा कि 24 साल के क्रिकेट करियर के दौरान उनका हमेशा से विश्वास रहा कि उनका बल्ला ही जवाब देगा।
यहां बीएमडब्ल्यू आई8 कार के लांच के मौके पर तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मेरे करियर में मेरे सामने कई चुनौतियां आईं। जब आप सर्वश्रेष्ठ में शामिल होते हो तो संघर्ष शीर्ष पर बने रहने के लिए होता है। शीर्ष पर बने रहने वालों में मैं हमेशा सबसे कड़ी मेहनत करने वालों में शामिल रहा। मेरा हमेशा से विश्वास रहा कि मेरे बल्ले को जवाब देना चाहिए।’’
तेंदुलकर ने कहा कि टी20 क्रिकेट ने खेल का स्वरूप ही बदल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा से सोचा कि टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट ही केवल दो प्रारूप हैं। बीस साल पहले किसी ने टी20 क्रिकेट का सपना नहीं देखा था और पिछले पांच से सात साल में, टी20 क्रिकेट शुरू होने के बाद, खेल बदल गया है।’’
रिकार्ड छह विश्व कप में हिस्सा लेने के बाद तेंदुलकर इस बार दर्शकों के बीच मौजूद रहकर 22 फरवरी को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर गत चैपिंयन भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच का मुकाबला देखेंगे। आईसीसी के ब्रांड एंबेसडर तेंदुलकर ने हाल में ट्वीट किया था, ‘‘दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी मैच मेरा पहला विश्व कप मैच होगा जो मैं स्टैंड में बैठकर देखूंगा।’’ तेंदुलकर 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। तेंदुलकर ने पाकिस्तान के महान बल्लेबाज जावेद मियांदाद की तरह सबसे अधिक छह बार विश्व कप टूर्नामंेट में हिस्सा लिया है।