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मेलबर्न : ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर संघ (एसीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोड ग्रीनबर्ग ने खिलाड़ियों को सलाह दी है कि वैश्विक महामारी को देखते हुए निकट भविष्य में विदेशी टी20 लीग्स के लिए करार करने से पहले उससे जुड़े जोखिम को अच्छे से ‘जांच-परख' ले। 

ऑस्ट्रेलिया ने भारत से आने वालों पर कम से कम 15 मई तक का प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे इंडियन प्रीमियर लीग में भाग ले रहे लगभग ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी, सहयोगी सदस्य, कमेंटेटर और मैच अधिकारी मिलाकर 40 सदस्य स्वदेश रवाना होने से पहले मालदीव जाएंगे। ग्रीनबर्ग ने कहा, ‘मुझे यकीन नहीं है इससे खिलाड़ियों के मन में संकोच (भविष्य में) होगा , लेकिन यह सुनिश्चित करेगा कि खिलाड़ी समझौतों पर हस्ताक्षर करने से पहले थोड़ी समझदारी दिखाएंगे।' 

उन्होंने कहा, ‘कोरोना वायरस के कारण हमारी आंखों के सामने दुनिया बदलाव के दौर से गुजर रही है, दुनिया के उस हिस्से में (भारत) में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे है।' जोश हेजलवुड, मिशेल मार्श और जोश फिलिप जैसे कुछ क्रिकेटरों ने बबल थकान का हवाला देते हुए आईपीएल शुरू होने से पहले ही अपना नाम वापस ले लिया था जबकि एडम जम्पा, केन रिचर्डसन और एंड्रयू टाये ने टूर्नामेंट को बीच में छोड़ दिया और सरकार द्वारा सीमा बंद करने से पहले अपने देश पहुंच गए। 

ग्रीनबर्ग ने कहा, ‘हम ऑस्ट्रेलिया में अपनी स्वतंत्रता का लुत्फ उठा रहे हैं। लेकिन वहां पर स्थिति काफी बुरी है। इससे कुछ खिलाड़ियों को संदेश जाता है कि आप कोई भी निर्णय लेने से पहले चीजों को अच्छी तरह जांच-परख ले।' ग्रीनबर्ग ने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलियाई दल के कई सदस्य इस समय चिंता और तनाव का सामना कर रहे होंगे । उन्होंने वादा किया कि खिलाड़ी जब स्वदेश लौटेंगे तो उनकी मदद की जाएगी।