लंदन ( निकलेश जैन ) आखिरकार वह कारनामा हो गया जिसका अंदाजा शतरंज दुनिया को पहले ही हो गया था । लंदन चेस क्लासिक के सातवे राउंड मे भारत के नन्हें ग्रांड मास्टर आर प्रग्गानंधा नें प्रतियोगिता के दूसरे सीड खिलाड़ी फ्रांस के ग्रांड मास्टर जूलेस मौस्सार्ड को पराजित करते हुए अपनी अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग को 2600 अंक के पार पहुंचा दिया और ऐसा करने वाले वह दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए तो भारतीय शतरंज इतिहास के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी ।
प्रग्गा नें यह कारनामा 14 वर्ष 3 माह और 24 दिन की आयु में कर दिखाया इसके साथ ही उन्होने पिछले वर्ष यह रिकार्ड कायम करने वाले भारत की एक और युवा प्रतिभा निहाल सरीन को पीछे छोड़ा , निहाल नें यह कारनामा 14 वर्ष 10 माह की उम्र में किया था । विश्व स्तर पर अमेरिका के जान बुर्के नें 14 साल 2 माह की उम्र में यह रिकार्ड बनाया था पर गौर करने वाली बात यह है की प्रग्गा नें यह काम ग्रांड मास्टर रहते हुए किया जिसे सबसे कठिन माना जाता है।
देखे प्रग्गा की इस जीत का विश्लेषण - हिन्दी चेसबेस इंडिया के सौजन्य से
राउंड 6 में प्रग्गानंधा नें सफ़ेद मोहरो से खेलते हुए सिसिलियन रोजोलिमों ओपनिंग में 38 चालों में एक बेहद ही रोमांचक मैच जीता । इसके साथ ही प्रग्गानंधा 6.5 अंको के साथ प्रतियोगिता में एकल बढ़त पर आ गए है ।
भारत के शीर्ष वरीय अरविंद चितांबरम नें इस राउंड में औस्ट्रेलिया के अंटोन स्मिरनोव से ड्रॉ खेला इसके साथ ही ये दोनों खिलाड़ी अब 6 अंको के साथ सयुंक्त दूसरे स्थान पर चल रहे है । अगले आठवे राउंड में अब प्रग्गानंधा और अरविंद को आपस में ही मुक़ाबला खेलना होगा ।
Pairings/Results
Round 8