Edited By Tanuja,Updated: 21 Apr, 2019 04:41 PM
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में गिरजाघरों और होटलों पर रविवार को हुए सिलसिलेवार धमाकों को भारत, रूस, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, तुर्की, सऊदी अरब, यरुशलम व नीदरलैंड आदि देशों के...
कोलंबोः श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में गिरजाघरों और होटलों पर रविवार को हुए सिलसिलेवार धमाकों को भारत, रूस, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, तुर्की, सऊदी अरब, यरुशलम व नीदरलैंड आदि देशों के नेताओं ने क्रूर तथा मानवता के खिलाफ करार दिया है।
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने श्रीलंका के अपने समकक्ष को भेजे शोक संदेश में कहा कि वे इस दुख की घड़ी में श्रीलंका के साथ खड़े हैं। पुतिन ने कहा कि रूस "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में श्रीलंका का भरोसेमंद साझेदार बना रहेगा।" उन्होंने कहा कि रूस के लोग "मृतकों के परिजनों के दुख में शामिल हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।"
श्रीलंका में हुए हमलों में 190 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हैं। उधर, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान, श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ा है '' प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी बर्बर आतंकी हमले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट किया पाकिस्तान इस दुखद के समय में श्रीलंका के साथ पूरी एकजुटता से खड़ा है।''
वहीं यरूशलम में कैथोलिक चर्च ने श्रीलंका के इसाइयों का समर्थन करते हुए वहां ईस्टर पर चर्चों और होटलों पर हुए हमलों की निंदा की है यरूशलम में जारी एक बयान में कहा गया है कि धमाके खास तौर पर दुखी करने वाले हैं क्योंकि इन्हें ऐसे वक्त पर अंजाम दिया गया जब इसाई ईस्टर मना रहे थे।