Edited By vasudha,Updated: 29 Mar, 2020 12:02 PM
दिल्ली के साथ आसपास के राज्यों में काम करने वालों के अपने शहर, गांव की ओर वापसी जाने के सैकड़ों वीडियो, मैसेज ट्विटर से लेकर अलग-अलग सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। आलोचना इस बात की हो रही है कि जब विदेशों से भारतीयों को लाने के प्रबंध किए गए तो...
नेशनल डेस्क(नवोदय टाइम्स): दिल्ली के साथ आसपास के राज्यों में काम करने वालों के अपने शहर, गांव की ओर वापसी जाने के सैकड़ों वीडियो, मैसेज ट्विटर से लेकर अलग-अलग सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। आलोचना इस बात की हो रही है कि जब विदेशों से भारतीयों को लाने के प्रबंध किए गए तो इनके लिए कोई तैयारियां क्यों नहीं की गईं। इसे लेकर आप के सांसद संजय सिंह, कवि कुमार विश्वास से लेकर पत्रकार अजित अंजुम ने अपनी बातें रखीं और आपस में शब्द बाण से भिड़ गए।
ईश्वर साथ दे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि मैं गुरुद्वारों, इस्कॉन मंदिर और बाकी सामाजिक संगठनों का शुक्रिया अदा करता हूं जो भूखे लोगों को खाना खिला रहे है। अमीर विदेश से पासपोर्ट पर बीमारी को बिठा कर लाए और भुगतना गरीबों को पड़ रहा है। आपत्तिकाल व्यवस्थाओं व समाज की मनुष्यता का परीक्षाकाल होता है। दुखद है कि हम फेल हो रहे हैं। प्रत्येक नेतृत्व चेहरा बचाने व चमकाने में व्यस्त है और मध्यमवर्ग जान बचाइए।
आप सांसद संजय सिंह ने लिखा कि अरविंद केजरीवाल की आप सबसे अपील है कृपा करके जो जहां है, वहीं रहे वरना लॉकडाउन का मकसद कामयाब नही होगा ये उन राहत केंद्रों की सूची है जहां आपके रहने-खाने का इंतजाम किया गया है। घर पर चल रही आम आदमी की रसोई के लिये साथियों का निरंतर सहयोग मिल रहा है, नरेश अग्रवाल हरिनगर 31 हजार,आशुतोष भाई 25 हजार, शालिनी सिंह 15 हजार,चेतन मादीपुर 10 हजार, हल्दीराम ने लगभग 50 हजार की सामग्री, वेस्टिज ने लगभग 35 हजार की सामग्री की सहायता प्रदान की है।
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट कर लिखा कि कल दिल्ली में यह अफवाह फैली कि बॉर्डर पर बसें लगी हैं जो दूसरे राज्यों से आए लोगों को घर पहुंचा रही हैं। हजारों की तादाद में लोग बॉर्डर की तरफ पैदल पहुंच गए। मेरी आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अपील है कि अपने-अपने क्षेत्र में रह रहे लोगों को समझाएं कि चारों तरफ बॉर्डर सील हैं। बिना किसी पक्की सूचना के घर से बाहर न निकलें। जिनके पास भोजन नहीं है उन्हें व्यक्तिगत तौर पर भी मदद करें तथा स्थानीय विधायक के साथ मिलकर सरकार द्वारा जगह-जगह वितरित कराए जा रहे भोजन उपलब्ध कराने में सहयोग करें।
दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने ट्वीट कर लिखा कि दिल्ली के अलग अलग रास्तों से पैदल चलते हुए अपने गांवों को जाते हुए लोगों से मेरी अपील है कि आप लोग दिल्ली मे जहां भी ठहरे हुए थे, वहीं वापस आ जाएं। आपके खाने पीने का इंतजाम दिल्ली सरकार करेगी और जरूरत मंद लोगों के लिए अपने स्कूलों को नाइट शेल्टर के रूप में इस्तेमाल भी करेगी।
आप विधायक राघव चड्ढा ने ट्वीट कर लिखा कि सूत्रों के मुताबिक योगी जी दिल्ली से यूपी जाने वाले लोगों को दौड़ा दौड़ा के पिटवा रहे हैं। योगी जी बोल रहे हैं कि तुम क्यों दिल्ली गए थे। अब तुम लोगों को कभी दिल्ली जाने नहीं दिया जाएगा। मेरी यूपी सरकार से अपील है ऐसा न करें, इस मुश्किल की घड़ी में लोगों की समस्याओं को बढ़ाइए मत।
कवि कुमार विश्वास ने लिखा कि यह निर्वाचित सरकारों का अक्षम्य अपराध है। जिन्होंने हर मुश्किल वक्त में हमारे शहरों को साथ दिया उनके मन में असहायता व असुरक्षा भरकर राजमार्गों पर बेबस-बेहाल छोड़कर सरकारें अपना चेहरा बचाने व चमकाने में लगी हैं। पहले से नियोजित क्रूर पटकथा का भयावह मंचन देखने को देश बेबस है। सबको उनके गांव लौटाने के लिए बसें लगा दी हैं कहकर बेबस-लाचार लोगों को पहले सड़कों पर जमा करो, फिर जिस ट्विटर पर उनमें से कोई नहीं है उस ट्विटर पर यहीं रहो, हम खाना-पीना-दवा सब देंगे कहकर फ़ेस-सेविंग करो? सियासी लोग हर रिश्ते, हर हाल में सियासी ही रहेंगे?