Edited By Yaspal,Updated: 22 Sep, 2018 12:47 PM
फाइटर प्लेन राफेल पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया है। कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है...
नेशनल डेस्कः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे में ‘ऑफसेट साझेदार’ के संदर्भ में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि मोदी ने ‘देश के साथ विश्वासघात किया और सैनिकों के लहू का अपमान किया।’ फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक, ओलांद ने कथित तौर पर कहा है कि भारत सरकार ने 58,000 करोड़ रुपए के राफेल विमान सौदे में फ्रांस की विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन के ऑफसेट साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का नाम प्रस्तावित किया था और ऐसे में फ्रांस के पास कोई विकल्प नहीं था।
राहुल गांधी ने कहा, "फ्रांस्वा ओलांद का धन्यवाद कि अब हमें पता चला कि उन्होंने (मोदी) दिवालिया अनिल अंबानी को अरबों डॉलर का सौदा दिलवाया।" उन्होंने आरोप लगाया, "प्रधानमंत्री ने भारत के साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने हमारे सैनिकों के लहू का अपमान किया है।" दरअसल, गांधी और कांग्रेस पिछले कई महीनों से यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में किए गए समझौते की तुलना में बहुत अधिक है, जिससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया, जिससे एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस को दिया गया।
राफेल मामले पर खुलासे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार से ट्वीट के जरिए सवाल कर जवाब मांगा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, "प्रधान मंत्री जी सच बोलिए। देश सच जानना चाहता है। पूरा सच। रोज़ भारत सरकार के बयान झूठे साबित हो रहे हैं। लोगों को अब यक़ीन होने लगा है कि कुछ बहुत ही बड़ी गड़बड़ हुई है, वरना भारत सरकार रोज़ एक के बाद एक झूठ क्यों बोलेगी?"
पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर एनडीए सरकार पर निशाना साधा। उन्होने ट्वीट कर कहा कि एनडीए सरकार ने राफेल सौदे पर बातचीत की। हमारे पास कोई विमान नहीं है। हमें केवल झूठ बोला गया है। ओलांद के जवाब में सरकार क्या नया झूठ बोल रही है?