Edited By Yaspal,Updated: 22 Oct, 2018 12:21 AM
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवव्रत सैकिया ने कामाख्या मंदिर की प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) की यात्रा के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का जिक्र करते हुए रविवार को कहा कि राज्य की भाजपा सरकार...
गुवाहाटीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवव्रत सैकिया ने कामाख्या मंदिर की प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) की यात्रा के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का जिक्र करते हुए रविवार को कहा कि राज्य की भाजपा सरकार अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने की हताशापूर्ण कोशिश कर रही है। असम विधानसभा में विपक्ष के नेता सैकिया ने कहा कि इस घटना ने राज्य के भाजपा शासन द्वारा अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने की हताशापूर्ण कोशिश को उजागर किया है।
गौरतलब है कि सीजेआई रंजन गोगोई और उनकी पत्नी बुधवार को कामाख्या मंदिर गए थे, उस वक्त भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित वीवीआईपी और अन्य श्रद्धालु भी पूजा अर्चना के लिए वहां थे। सीजेआई ने मंदिर में भीड़ प्रबंधन को लेकर अपनी नाराजगी से कामरूप (शहर) जिला उपायुक्त वीरेंद्र मित्तल को अवगत कराया था। इसके बाद, भाजपा नीत असम सरकार ने उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करने को लेकर शनिवार को गुवाहाटी (पश्चिम) के पुलिस उपायुक्त भंवर लाल मीणा को निलंबित कर दिया।
सैकिया ने एक बयान में कहा कि यह एक बार फिर से उजागर हो गया है कि राज्य सरकार राजनीतिक शख्सियतों को खुश करने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी को बलि का बकरा बनाया गया। विपक्षी नेता ने कहा, ‘‘सीजेआई मंदिर के बाहर प्रतीक्षा करते रहें, जबकि राजनीतिक शख्सियतों की अंदर खातिरदारी की जा रही थी।’’ उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के तहत सीजेआई को किसी राजनीतिक शख्सियत के ऊपर तवज्जो दी जाती है।