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कठुआ : बहुचर्चित कठुआ हत्याकांड मामले में आरोपी पक्ष के वकीलों ने इस मामले को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। शनिवार को मामले के मुख्य आरोपी सांझी राम सहित अन्य को जिला प्रिंसिपल सत्र न्यायधीश की अदालत में पेश किया गया। आरोपियों ने एक बार फिर क्राइम ब्रांच की जांच पर सवाल खड़े करते हुए सी.बी.आई. जांच की मांग की। कोर्ट में पेशी के बाद फिर से पुलिस ने आरोपियों को सुरक्षा के बीच जेल भेज दिया। आरोपी पक्ष की ओर से पहुंचे वकील ए.के. साहनी ने कहा कि केस को राज्य से बाहर तो ट्रांसफर करवा दिया गया और दूसरे पक्ष के वकीलों ने खुद सुरक्षा भी ले ली लेकिन केस पठानकोट में चलेगा, इसे लेकर अब तक आदेश कठुआ कोर्ट नहीं पहुंचाया गया।

 

उन्होंने कहा कि एक तरफ रियासत की मुख्यमंत्री कहती हैं कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक होनी चाहिए लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले की सुनवाई के लिए केस को पठानकोट कोर्ट में शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं पंरतु आदेशों की कापी अब तक कठुआ कोर्ट में नहीं पहुंच पाई। जिसके चलते केस का ट्रायल शुरू नहीं हो पा रहा है और इसके पीछे सरकार की मंशा भी जाहिर होती है। ऐसे में फास्ट ट्रैक सुनवाई क्या होगी, यह भी साफ हो जाता है।  उन्होंने कहा कि कोर्ट ने उन्हें बताया है कि 29 जून को मामले की अगली सुनवाई होगी और सुनवाई के लिए वे पठानकोट जाएं। साहनी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि आगामी दस दिनों के भीतर सुप्रीम कोर्ट के आदेश कठुआ पहुंच पाएंगे। ऐसे में साफ है कि मामले में बनाए गए आरोपियों को एक तरह से प्रताडि़त किया जा रहा है।