Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Sep, 2018 12:35 PM
भारत-पाकिस्तान के बीच अमरीका में विदेश मंत्रियों की होने वाली बातचीत रद्द होने के बाद दोनों देशों के बीच दूरियां फिर बढ़ने लगी हैं। पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बातचीत रद्द करने के फैसले पर भारत पर तंज कसा है।
नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच अमरीका में विदेश मंत्रियों की होने वाली बातचीत रद्द होने के बाद दोनों देशों के बीच दूरियां फिर बढ़ने लगी हैं। पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बातचीत रद्द करने के फैसले पर भारत पर तंज कसा है। लेकिन भारत ने सोच-समझकर ही वार्ता को रद्द करने का फैसला किया है। पाकिस्तान एक तरफ जहां दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा था, वहीं दूसरी तरफ पीठ में छुरा भी घोंप रहा था। जिस दिन इमरान की चिट्ठी सार्वजनिक हुई, उसी दिन आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के तीन अधिकारियों की हत्या कर दी। भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पुलिसकर्मियों की हत्या के पीछे पाकिस्तान का हाथ है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने आईएसआई के उन इंटरसेप्टेड संदेशों को पकड़ा है, जिनमें आतंकियों को अगवा किए गए तीन स्पेशल पुलिस अफसरों (एसपीओ) की हत्या का आदेश दिया गया है। आईएसआई के मैसेज में तीनों एसपीओ-निसार अहमद, फिरदौर अहमद और कुलवंत सिंह का नाम भी लिया गया है और आतंकियों से कहा गया कि इनकी हत्या कर दी जाए।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने 14 सितंबर को पीएम मोदी को खत लिखा, जिसमें प्रस्ताव रखा गया था कि संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष महमूद कुरैशी के बीच वार्ता होनी चाहिए, लेकिन भारत ने इस पर जवाब दिया कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं हो सकती। वहीं, पाकिसान ने भारत द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज किया और कहा कि हमारे अधिकारी सच्चाई का पता लगाने के लिए संयुक्त जांच कराने के को तैयार रहेंगे।