Edited By Pardeep,Updated: 21 Oct, 2018 01:07 AM
असम के मुख्यमंत्री सर्बांनंद सोनोवाल ने शनिवार को अरूणाचल प्रदेश की सीमा से लगते जिलों के अधिकारियों से बाढ़ के अंदेशे के मद्देनजर ‘सतर्क’ रहने को कहा। चीन ने भारत को सूचित किया कि तिब्बत में भूस्खलन की वजह से एक नदी का रास्ता रूक गया है जिससे एक...
गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री सर्बांनंद सोनोवाल ने शनिवार को अरूणाचल प्रदेश की सीमा से लगते जिलों के अधिकारियों से बाढ़ के अंदेशे के मद्देनजर ‘सतर्क’ रहने को कहा। चीन ने भारत को सूचित किया कि तिब्बत में भूस्खलन की वजह से एक नदी का रास्ता रूक गया है जिससे एक कृत्रिम झील बन गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि सोनोवाल ने धेमाजी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर और तिनसुकिया जिलों के अधिकारियों से सतर्क रहने और किसी भी तरह के बड़े नुकसान को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाने को कहा है।
यालुजांगबू नदी के तिब्बत से अरूणाचल प्रदेश में प्रवेश करने पर इसे सियांग नदी और असम में ब्रह्मपुत्र नदी कहा जाता है। जिला प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और सभी अन्य विभागों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक असम पर इसका मामूली असर पड़ेगा क्योंकि ब्रह्मपुत्र में जलस्तर कम है लेकिन पासीघाट में पानी का स्तर बढ़ सकता है। अगर यह अवरोधक को तोड़ता है तो धेमाजी जिले में जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है।