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हैदराबाद: उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने गुरुवार को कहा कि नोटबंदी के कारण शौचालयों और बिस्तरों के नीचे दबाए गए पैसे निकलकर बैंकिंग प्रणाली में लौट आए हैं। उन्होंने बंद किए गए 500 और हजार रुपए के 99.3 प्रतिशत नोट प्रणाली में लौट आने की रिजर्व बैंक की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें इस बात पर आश्चर्य है कि इससे लोगों को आपत्ति क्यों हुई। उन्होंने कहा कि वह इस बात से खुश हुए कि लगभग सारा पैसा बैंकिंग प्रणाली में लौट आया।

उन्होंने कहा, ‘जो पैसे शौचालयों और बिस्तरों के नीचे दबाकर रखा गया था वह बैंकों में लौट आया है। मेरा केवल इतना कहना है कि पैसे लौटकर आए हैं। इसमें से कितना कालाधन अथवा सफेद है, यह देखना रिजर्व बैंक और आयकर विभाग का काम है और वे इसका सत्यापन कर लेंगे।’ नायडू ने कहा, ‘यदि लोग काला धन को सफेद करना चाहते हैं, संसद ने इसका भी उपाय किया है। कर का भुगतान करिए और उसे राजस्व में शामिल करिए ताकि इसे लोगों की भलाई के लिए खर्च किया जा सके।’