Edited By vasudha,Updated: 20 Nov, 2018 12:41 PM
आज के समय में भारतीय युवा विदेशों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। वे विदेश जाकर पढ़ाई करने और उसके बाद नौकरी या व्यवसाय करकेे वहीं बसने की इच्छा रखते हैं। लेकिन कई बार नागरिकता न होने के कारण वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाते हैं...
नेशनल डेस्क: आज के समय में भारतीय युवा विदेशों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। वे विदेश जाकर पढ़ाई करने और उसके बाद नौकरी या व्यवसाय करकेे वहीं बसने की इच्छा रखते हैं। लेकिन कई बार नागरिकता नहीं होने के कारण वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाते हैं। ऐसे में, वे विदेशों की स्थानीय लड़कियों से शादी कर वहां के स्थाई निवासी बन जाते हैं। ऐेसे में, ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारतीयों को फर्जी शादी से बचने की नसीहत दी है।
164 विदेशी नागरिकों का पार्टनर वीजा खारिज
जानकारी के अनुसार, ऑस्ट्रेलियन बॉर्डर फोर्स (एबीएफ) ने फर्जी शादी कराने वाले सिडनी के एक गिरोह को पकड़ा है, जिसका मुख्य आरोपी एक भारतीय था। दिल्ली स्थित ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग के मुताबिक, एबीएफ ने 164 विदेशी नागरिकों का पार्टनर वीजा हासिल करने का आवेदन खारिज कर दिया है, क्योंकि ये लोग फर्जी शादी गिरोह से जुड़े हुए थे।
ऑस्ट्रेलियाई महिलाओं को बनाया जाता है निशाना
हाई कमीशन के मुताबिक, यह गिरोह दक्षिण एशियाई लोगों को स्थायी रूप से ऑस्ट्रेलिया में बसने का झांसा देकर फर्जी शादी कराता है। ये लोग उन ऑस्ट्रेलियाई महिलाओं को निशाना बनाते हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर होती हैं। भारतीयों के लिए विदेश में बसने के लिहाजा से ऑस्ट्रेलिया प्रमुख स्थानों में से एक है। एबीएफ के कार्यकारी जांचकर्ता क्लिंटन सिम्स के अनुसार, अगर कोई भी फर्जी शादी करता पाया गया तो उसके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया ने खत्म किया वर्क वीजा
बता दें कि पिछले साल ऑस्ट्रेलिया सरकार ने देश में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिये विदेशियों को दिए जाने वाले कार्य वीजा व्यवस्था को समाप्त करने का फैसला किया था। इस वीजा व्यवस्था का इस्तेमाल 95,000 विदेशी कामगार कर रहे थे। 457 वीजा धारकों में करीब एक-चौथाई भारतीय हैं। भारत के बाद ब्रिटेन और चीन का स्थान है।