Edited By Tanuja,Updated: 19 Jun, 2018 05:08 PM
ड्रैगन को खुश करने के लिए जापान की दो प्रमुख एयरलाइंस द्वारा अपनी वेबसाइट पर ताइवान का नाम बदलकर "चीन ताइवान" करने से बवाल मच गया है। जापानी मीडिया के मुताबिक ताइवान जल्द ही इस पर कूटनीतिक विरोध दर्ज करा सकता है...
टोक्योः ड्रैगन को खुश करने के लिए जापान की दो प्रमुख एयरलाइंस द्वारा अपनी वेबसाइट पर ताइवान का नाम बदलकर "चीन ताइवान" करने से बवाल मच गया है। जापानी मीडिया के मुताबिक ताइवान जल्द ही इस पर कूटनीतिक विरोध दर्ज करा सकता है। जाहिर है कि यह कदम द्वीपीय देश ताइवान को नाराज कर सकता है। स्वशासित ताइवान को चीन अपना हिस्सा बताता है। जापान एयरलाइंस (जेएएल) और "ऑल निप्पॉन एयरवेज" (एएनए) ने यह बदलाव 12 जून को ही कर दिया था।
दोनों कंपनियों का कहना है कि अभी तक ताइवान ने इस संबंध में कोई लिखित शिकायत नहीं की है। एएनए के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा, "वेबसाइट पर ग्राहकों की आसानी और सुविधा के लिए यह किया गया है। हम किसी विशेष ग्राहक वर्ग की बात नहीं कर रहे बल्कि सभी ग्राहकों की बात कर रहे हैं।" इसी तरह की सफाई जेएएल ने भी दी है।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की क्वांटास एयरलाइंस ने भी यही कदम उठाया था। चीन के नागरिक उड्डयन विभाग ने गत अप्रैल में 36 एयरलाइंस को भेजे नोटिस में ताइवान, हांगकांग और मकाऊ का जिक्र चीन के हिस्से के रूप में करने के लिए कहा था। वर्षों की कटुता के बाद हाल में चीन और जापान के रिश्तों में कुछ सुधार हुआ है। जापान के ताइवान के साथ भी गहरे व्यापारिक संबंध हैं। इसके बावजूद वह "एक चीन नीति" को मान्यता देता है।