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न्यूयार्कः भारतीय मूल के एक डॉक्टर ने खुद हैल्थ केयर प्रोग्राम में चोरी करने का दोषी माना है। इस मामले में उन्हें एक साल जेल की सजा हो सकती है और एक लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है। अमेरिका के वरिष्ठ जिला जज विलियम स्क्रेटनी के समक्ष मुकदमे के दौरान श्रीकृष्ण चेरूवू (61) ने खुद को दोषी माना। अमरीकी वकील जेम्स केनेडी ने बताया कि इस आरोप में एक साल तक की जेल की सजा हो सकती है और 1 लाख अमरीकी डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है।

जनवरी 2011 और मई 2014 के बीच श्रीकृष्ण एम्हस्र्ट में डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे थे। उन्होंने अपनी ओर से कथित तौर पर दी गई मेडिकल सेवाओं के लिए ब्लू क्रॉस और ब्लू शील्ड जैसे बीमा कार्यक्रमों को अपना दावा सौंपा। श्रीकृष्ण ‘ हेल्थ नाऊ ’नाम की स्वास्थ्य देखभाल योजना में भी भागीदार थे।  अगस्त 2012 में श्रीकृष्ण ने केएस नाम के एक मरीज को कथित तौर पर दी गई सेवाओं पर आए खर्च की रकम वसूल करने के लिए ‘ हेल्थ नाऊ ’ को एक दावा फार्म सौंपा।

फार्म पर श्रीकृष्ण ने दावा किया कि उन्होंने केएस को सेवाएं मुहैया कराई जबकि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर मरीज को कोई सेवा नहीं मुहैया कराई थी। नतीजतन  ‘हेल्थ नाऊ ’ ने श्रीकृष्ण को उन सेवाओं के लिए 61.23 अमेरिकी डॉलर का भुगतान कर दिया जिसे उन्होंने अपने इस्तेमाल में बदल लिया।  श्रीकृष्ण के कारनामों के कारण जनवरी 2011 और मई 2014 के बीच विभिन्न मेडिकल बीमा कार्यक्रमों को करीब 196,615 अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ। अपनी दलील में श्रीकृष्ण 550,000 अमेरिकी डॉलर तक की राशि का भुगतान करने पर सहमत हुए।