Edited By Tanuja,Updated: 12 Dec, 2018 10:46 AM
दो-बच्चों की नीति लागू होने के बावजूद चीन की आबादी में 2017 में पहली बार कमी आई है। चीन की राजधानी बीजिंग में 2.10 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं । पीपुल्स डेली समाचार पत्र के अनुसार बीजिंग की मर्दमशुमारी रिपोर्ट में शहर की आबादी...
बीजिंगः दो-बच्चों की नीति लागू होने के बावजूद चीन की आबादी में 2017 में पहली बार कमी आई है। चीन की राजधानी बीजिंग में 2.10 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं । पीपुल्स डेली समाचार पत्र के अनुसार बीजिंग की मर्दमशुमारी रिपोर्ट में शहर की आबादी 2.17 करोड़ थी, जो 2016 के मुकाबले 22 हजार कम थी। बता दें कि इसी साल दो-बच्चों की नीति पेश की गई थी। बीजिंग में रहने वाले आव्रजकों की संख्या गिरकर 132,000 पहुंच गई, जबकि पंजीकृत नागरिकों की संख्या गिरकर 37 हजार पहुंच गई।
जनसांख्यिकी विशेषज्ञ, ही याफू ने आव्रजकों की संख्या में कमी के पीछे 2020 तक शहर की आबादी को 2.30 करोड़ रखने की उसकी योजना को कारण बताया है। उन्होंने कहा कि दो बच्चों की नीति से बीजिंग या अन्य शहरों में जन्म दर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, क्योंकि बच्चों की संख्या बढ़ाने पर अधिक पैसा खर्च हो रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार अगर बीजिंग बच्चों के जन्म को प्रोत्साहित करना शुरू भी करता है तो भी कम जन्म दर में ज्यादा सुधार नहीं होगा।
इसके अलावा गंभीर बुढ़ापे की समस्या को कम करना चाहिए, चीन की राजधानी को हुकोउ या घरेलू पंजीकरण पर अपने प्रतिबंधों में ढील देनी चाहिए, ताकि अधिक प्रतिभाएं और आव्रजक आकर्षित हो सकें। रिपोर्ट में कहा गया है कि राजधानी की आबादी तेजी से बुढ़ापे की ओर बढ़ रही है। बीजिंग में 2010 में 65 साल या इससे ज्यादा की उम्र के निवासियों की संख्या 17 लाख थी, जो 2017 में बढ़कर 24 लाख पहुंच गई।