Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 May, 2018 08:46 PM
चंडीगढ़ प्रशासन का संपदा विभाग शुक्रवार को मलोया में लाल डोरे के बाहर हुए नए निर्माण के खिलाफ अभियान चलाएगा।
चंडीगढ़ (राजिंद्र): चंडीगढ़ प्रशासन का संपदा विभाग शुक्रवार को मलोया में लाल डोरे के बाहर हुए नए निर्माण के खिलाफ अभियान चलाएगा। प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया यहां लाल डोरे के बाहर निर्माण बढ़ रहा है और प्रशासन को इस संबंधी काफी शिकायतें मिल रही हैं।
इस कारण विभाग ने यहां अभियान चलाने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि यहां 10 के करीब अवैध स्ट्रक्चर ऐसे हैं जो हाल ही में लाल डोरे के बाहर बने हैं। इसी के मद्देनजर विभाग को शिकायतें मिल रही थी।
लाल डोरे के बाहर 254 एकड़ एरिया में अवैध निर्माण:
लाल डोरा गांव में एक एक्सटैंशन है, जिसे कि गांववासी नॉन एग्रीकल्चरल पर्पज के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इस जमीन पर वे मवेशी आदि रख सकते हैं। लैंड रेवन्यू डिपार्टमैंट ने इस एरिया को लाल डोरे के नाम से मार्क किया है। इसके बाहर कृषि भूमि पर किसी तरह का निर्माण अवैध माना जाता है।
शहर के गांवों में लाल डोरे के बाहर 254 एकड़ एरिया में लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा है, जिसमें कुल तीन करीब हजार अवैध घर शामिल हैं। इसमें करीब 10 हजार लोग रह रहे हैं। इस निर्माण में रिहायशी इलाके के अलावा स्मॉल इंडस्ट्रिलिस्ट यूनिट्स भी शामिल हैं।
करीब 700 नोटिस किए जा चुके हैं जारी:
प्रशासन के एक अधिकारी के अनुसार पिछले एक साल से वे लोगों को ये भूमि खाली करने के लिए 700 के करीब नोटिस जारी कर चुके हैं। शहर में इस समय 23 गांव हैं, जिसमें से 14 गांव चंडीगढ़ प्रशासन के अंडर आते हैं, जबकि बाकी के गांव चंडीगढ़ नगर निगम के अंडर आते हैं।
हालांकि सभी गांव में जनसंख्या कम है, लेकिन बाहर गांवों का एरिया अधिक है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर ये ड्राइव चलाई जा रही है। कोर्ट ने बिना नोटिस दिए ये अवैध निर्माण हटाने के प्रशासन को निर्देश वर्ष 2003 में ही जारी किए थे।
सप्ताह में तीन दिन चलेगी ड्राइव :
लाल डोरे के बाहर अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन को जो भी शिकायतें मिल रही हैं, उसके निपटान के लिए विभाग द्वारा सप्ताह में तीन दिन ड्राइव चलाई जाएगी। विभाग के एक अधिकारी के अनुसार वह प्रयास कर रहे हैं कि नियमित रूप से ये ड्राइव चलाई जाए। उन्होंने कहा कि सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को उन्होंने ड्राइव चलाने का फैसला लिया है।
प्रशासक के आश्वासन से भी नहीं मिली राहत :
भाजपा के प्रतिनिधमंडल ने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर से मुलाकात कर खुड्डा अलीशेर की ड्राइव के बाद लोगों को राहत देने की मांग की थी। प्रशासन ने भी आगे ड्राइव न करने का आश्वासन दिया था लेकिन बावजूद इसके ड्राइव जारी है। बुधवार को मनीमाजारा में फिर विभाग ने लाल डोरे के बाहर ड्राइव चलाई।