Edited By Pardeep,Updated: 19 Apr, 2018 10:49 PM
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की पिछली बैठक के ब्यौरे से इस बात के संकेत मिलते हैं कि जून में होने वाली बैठक में मौद्रिक नीति के रूख में बदलाव आ सकता है। अप्रैल में हुई अंतिम बैठक के ब्यौरे के अनुसार, रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने...
मुंबई: रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की पिछली बैठक के ब्यौरे से इस बात के संकेत मिलते हैं कि जून में होने वाली बैठक में मौद्रिक नीति के रूख में बदलाव आ सकता है।
अप्रैल में हुई अंतिम बैठक के ब्यौरे के अनुसार, रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने 4-5 जून को होने वाली अगली नीतिगत बैठक में मौद्रिक रूख में बदलाव का पक्ष लिया। गुरुवार को जारी ब्यौरे में बताया गया कि कार्यकारी निदेशक माइकल देवब्रत पात्रा ने अप्रैल में ही 25 आधार अंकों की कटौती का पक्ष लिया था।
हालांकि अन्य सदस्यों ने यथास्थिति बरकरार रखने का पक्ष लिया था। रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली छह सदस्यी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चार-पांच अप्रैल को हुई मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में मानक दर रेपो को लगातार तीसरी बार अपरिर्वितत रखा।