स्विस बैंकों में भारतीयों के 300 करोड़ रुपए, नहीं मिल रहे दावेदार

Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Jul, 2018 12:54 PM

no claimants for india linked dormant swiss bank accounts

कालेधन पर देशभर में चल सियासत के बीच स्विट्जरलैंड के बैंकों में भारतीयों के निष्क्रिय खातों से जुड़ी जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्विस बैंकों में भारतीयों के निष्क्रिय पड़े खातों की सूची जारी किए जाने

नई दिल्लीः कालेधन पर देशभर में चल सियासत के बीच स्विट्जरलैंड के बैंकों में भारतीयों के निष्क्रिय खातों से जुड़ी जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्विस बैंकों में भारतीयों के निष्क्रिय पड़े खातों की सूची जारी किए जाने के 3 साल बाद भी इन अकाउंट्स का दावेदार अब तक सामने नहीं आया है। स्विस बैंकों में कई ऐसे खाते हैं, जिनमें जमा भारतीय खाताधारकों के 300 करोड़ रुपए का कोई दावेदार नहीं है। सालों से स्विस बैंकों में जमा इस रकम की कोई सुध लेने नहीं पहुंचा है। 

दिसंबर 2015 में जारी हुई थी निष्क्रिय खातों की लिस्ट
बैंकों ने पिछले 60 सालों से निष्क्रिय घोषित किए गए 3500 खातों की लिस्ट दिसंबर 2015 में जारी की थी। इनमें स्विट्जरलैंड के नागरिकों के साथ ही भारत के कुछ लोगों समेत बहुत से विदेशी नागरिकों के खाते शामिल थे। इसके बाद समय-समय पर इस तरह के और भी खातों की सूचना जारी की जाती रही है, जिन पर किसी ने दावा नहीं किया है।

नियम के तहत इन निष्क्रिय खातों की लिस्ट इसलिए जारी की जाती है ताकि खाताधारकों के कानूनी उत्तराधिकारियों को उन पर दावा करने का मौका मिल सके। सही दावेदार मिलने के बाद लिस्ट से उस खाते की जानकारियां हटा दी जाती हैं।

2020 में स्विस सरकार ले लेगी कब्जा
स्विस नेशनल बैंक के अनुसार, साल 2017 में लिस्ट से 40 खाते और दो सेफ डिपॉजिट बॉक्स की जानकारी हटाई जा चुकी है। हालांकि, अभी भी सूची में 3,500 से अधिक ऐसे खाते हैं जो कम से कम छह भारतीय नागरिकों से जुड़े हैं और इनके दावेदार नहीं मिले हैं। बैंक नियमों के अनुसार, साल 2020 तक इन खातों के दावेदार सामने नहीं आने पर सरकार इस पैसे को अपने कब्जे में लेकर खाता बंद कर देगी।

स्विस बैंक में जमा भारतीयों के धन में 50 फीसदी इजाफा
स्विस नेशनल बैंक की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा साल 2017 में 50 प्रतिशत बढ़कर 1.01 अरब सीएचएफ (स्विस फ्रैंक) यानी करीब 7,000 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।

हालांकि, इसमें ऐसी धनराशि शामिल नहीं है जो किसी अन्य देश में स्थित निकायों के नाम से जमा कराई गई है। आंकड़ों के मुताबिक, स्विस बैंक में जमा विदेशी धन में केवल 0.07 फीसदी धन ही भारतीयों का है।

300 करोड़ का कोई दावेदार नहीं
स्विस नेशनल बैंक की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक भारतीयों के 6 निष्क्रिय खातों में 3 ऐसे हैं जो भारतीय मूल के लोगों के हैं लेकिन अब वे किसी और देश में रहते हैं। ऐसे खातों में पड़ी कुल रकम करीब 4.4 करोड़ स्विस फ्रैंक यानी भारतीय मुद्रा के मुताबिक 300 करोड़ रुपए है।

लिस्ट में शामिल इन खातों को साल 2020 तक रखा जाएगा। इसके बाद अगर इनका कोई दावेदार नहीं मिला, तो स्विस सरकार इस रकम को कब्जे में ले लेगी और खाते बंद कर दिए जाएंगे।

इस लिस्ट में उन्हीं खातों को शामिल किया गया है जिनमें कम से कम 500 स्विस फ्रैंक जमा हैं और 60 साल से जिनका कोई दावेदार नहीं है। इस लिस्ट में स्विटजरलैंड के भी बड़ी संख्या में खाते शामिल हैं। इसके अलावा जर्मनी, फ्रांस, यूके, यूएस, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों के खाते भी सूची में दर्ज हैं।

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