Edited By Isha,Updated: 15 Dec, 2018 01:11 PM
चीनी निर्यात की मंद रफ्तार पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार ने मिलों को उनके कोटे की चीनी को देश से बाहर भेजने को कहा। सरकार ने साथ ही उन्हें चेताया कि ऐसा करने में विफल रहने वाले मिलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चीनी के
नई दिल्लीः चीनी निर्यात की मंद रफ्तार पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार ने मिलों को उनके कोटे की चीनी को देश से बाहर भेजने को कहा। सरकार ने साथ ही उन्हें चेताया कि ऐसा करने में विफल रहने वाले मिलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चीनी के अतिरिक्त भंडारण को देखते हुए सरकार ने चीनी मिलों को 2018-19 के सत्र (अक्तूबर से सितंबर) में 50 लाख टन चीनी का अनिवार्य तौर पर निर्यात करने को कहा है।
सरकार ने चीनी निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन खाद्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, च्च्हालांकि यह देखा गया है कि चीनी मिल आवश्यक गति से चीनी का निर्यात नहीं कर रहे हैं। सत्र की पहली तिमाही में अब तक महज 2.46 लाख टन चीनी का ही निर्यात किया गया है और केवल छह लाख टन (वास्तविक निर्यात के 2.46 लाख टन सहित) का ठेका मिला है।’’