जालन्धर : किसी को मौका न दें कि वह कहें आप कमजोर हैं, वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि आप एक महिला हैं। प्रसिद्ध महिला बॉक्सर मैरीकॉम की यह बात खेल जगत में आज भी महिलाओं को प्रेरित करती नजर आती है। इसी कारण तो भारत की महिलाओं ने विभिन्न खेलों में देश का नाम ऊंचा किया। हॉकी में जहां रानी रामपाल अपनी टीम को पहली बार टॉप-10 में ले गईं तो वहीं मैरीकॉम ऐसी पहली देशी बॉक्सर बनीं जिन्होंने एशिया बॉक्सिंग वल्र्ड चैंपियनशिप में पांच गोल्ड जीते। हिमाचल की आंचल ठाकुर ने भी विश्व स्कीइंग वल्र्ड कप में मेडल जीतकर नाम कमाया। वहीं जिम्नास्टिक वल्र्ड कप में कांस्य जीतकर अरुणा रेड्डी ने भी कई उम्मीदें जगाई हैं। इस वुमंस डे पर पेश हैं भारत की वह स्पोट्र्स गल्र्स जिन्होंने भारत का नाम पूरी दुनिया में रौशन किया।
रानी रामपाल : रानी की अगुवाई में भारतीय टीम पहली बार टॉप-10 में पहुंची। मैरी कॉम : पांचवीं बार एशियन बॉक्सिंग वल्र्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीती हैं। नवजोत कौर : एशियन रैसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। अंशु जमशेप्पा : पहली महिला जिन्होंने एक सीजन में 2 बार माउंट अवरेस्ट फतेह किया। पीवी सिंधु : पहली महिला शटलर जिन्होंने साल में 2 बैडमिंटन सुपरसीरीज जीतीं। मिताली राज : वुमंस वल्र्ड कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की शानदार अगुवाई की। आंचल ठाकुर : देश की पहली लड़की जिसने विश्व स्कीइंग वल्र्ड कप में ब्रॉन्ज जीता। बुला चौधरी : भारत की पहली महिला स्विमर जिन्होंने सातों समुद्र को तैरकर पार किया। झूलन गोस्वामी : पहली महिला क्रिकेटर जिन्होंने वनडे में 200 विकेट पूरे किए। अरुणा रेड्डी : हैदराबाद की अरुणा बी रेड्डी ने जिम्रास्टिक्स वल्र्ड में कांस्य पदक जीता था। खेल मंत्री राजवर्धन सिंह राठौर ने भी देश की महिला खिलाडिय़ों को सलाम किया है। पंजाब केसरी स्पोर्ट्स इन वुमन स्पोर्ट्स स्टार्स को सलाम करता है।