Sports

जालन्धर : अंडर-19 क्रिकेट वल्र्ड कप में भारत ने शानदार शुरुआत की है। अपने पहले ही मैच में इंडिया के जूनियर प्लेयर्स ने ऑस्ट्रेलिया को 100  से हरा दिया। पहले खेलते हुए भारतीय टीम ने ओपनर पृथ्वी शाह और मनजोत कालड़ा की मदद से 7 विकेट पर 328 रन बनाए। जवाब में खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम महज 228 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जैक एडवर्ड ने 79 तो बैक्स्टर होल्ट ने 39 रन बनाए। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के ओपनर जैक एडवर्ड और ब्रायंट ने अच्छी शुरुआत दी थी लेकिन अगले बल्लेबाज इसे बरकरार नहीं रख पाए।
1. पृथ्वी शाह की स्टीक बल्लेबाजी
PunjabKesari
ऑस्ट्रेलिया टीम को सबसे बढ़ी चुनौती भारतीय कप्तान पृथ्वी शाह से ही मिली। ओपनिंग पर मनजोत कालड़ा के साथ आए पृथ्वी ने ऑस्ट्रेलिया तेज गेंदबाज की एक न चलने दी। उन्होंने मनजोत के साथ सधी हुई पारी खेली। 30वें ओवर में जब भारतीय टीम 180 रन पर पहुंच गई तो पृथ्वी सुंदरलैंड की बॉल को मारने के चक्कर में बैक्स्टर होल्ट के हाथों लपके गए। हालांकि पृथ्वी के पास शतक बनाने का अच्छा मौका था। उसकी आंखों बॉल पर जमीं हुई थीं। उन्होंने 100 गेंदों में 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 94 रन बनाए। रही कसर मनजोत कालड़ा ने निकाल दी। उन्होंने 99 गेंद में 86 रन की अपनी पारी के दौरान 1 छक्का और 12 चौके लगाए। दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के बेस्ट पेस अटैक को निरस्त कर दिया। जिससे भारत मजबूत स्कोर की तरफ आगे बढ़ा।

2. शुभमान गिल की तेज पारी
PunjabKesari
पृथ्वी शाह और मनोज मजबूत ओपनिंग पार्टनरशिप दे चुके थे। 35वें ओवर में 200 रन पर दोनों के विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम को सहारा दिया पंजाब के शुभमान गिल ने। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। अपने इसी प्रदर्शन के दम पर उन्होंने 54 गेंद में 63 रन ठोक दिए। इनमें एक छक्का तो 6 चौके भी शामिल थे। बता दें कि शुभमान भारतीय टीम के वह खिलाड़ी हैं जो घरेलू क्रिकेट में 100 से ऊपर की औसत लेकर वल्र्ड कप खेलने गए हैं। हालांकि इससे पहले प्रैक्टिस मैच में वह 0 पर आऊट हो गए थे। लेकिन इस बार उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की खूब पिटाई की। उनकी तेज बैटिंग के कारण ही भारत 300+ रन की ओर आसानी से बढ़ गया।

3. नगरकोटी की घातक गेंदबाजी
PunjabKesari
पृथ्वी शाह, मनोज और शुभमान ने भारत को अच्छे स्कोर तक ले जाकर अपना काम कर दिया। लेकिन भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका तेज गेंदबाज एन नगरकोटी ने निभाई। नगरकोटी ने 7 ओवर में 1 मेडन फेंककर 29 रन दिए लेकिन उन्होंने सबसे महत्वपूर्ण 3 विकेट हासिल कीं। नगरकोटी ने ओपनर ब्रायंट (29), ऑस्टिन वॉ (6) और विल सुंदरलैंड (10) के विकट निकाले। उनके अलावा शिवम मावी ने भी अपने 8.5 ओवर में 45 रन देकर 3 विकेट निकाले। मावी ने खतरनाक दिख रहे मरलो (38), होल्ट (39) के विकेट निकाले। मावी ने जैसन रलस्टोन और उप्पल को रन आऊट करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

4. ऑस्ट्रेलिया कप्तान जैसन संघा का फेल होना
PunjabKesari
ऑस्ट्रेलिया का दारमोदार उनके कैप्टन जैसन संघा पर था। जैसन इससे पहले इंगलैंड के खिलाफ सबसे कम उम्र में शतक लगा चुके हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था। ऑस्ट्रेलिया को एडवर्ड और ब्रायंट मजबूत शुरुआत दे चुके थे। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया पारी को संवारने की सारी जिम्मेदारी जैसन संघा पर थी। हालांकि उन्होंने कुछ अच्छे शॉट लगाए लेकिन इसे वह बढ़े स्कोर में नहीं बदल सके। जैसन ने 23 गेंद में मात्र 14 रन बनाए।

5. स्टीव वॉ का बेटा फ्लॉप
PunjabKesari
जैसन संघा के अलावा सबकी नजरें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान बल्लेबाज स्टीव वॉ के बेटे ऑस्टिन वॉ पर टिकी हुई थीं। जो पूरे मैच दौरान बुरी तरह फ्लॉप रहे। पहले तो जब ऑस्टिन बॉलिंग करने आए तो उन्होंने 6 ओवर में 64 विकेट लुटा दिए जब बैटिंग के लिए आए तो केवल 6 रन पर ही आऊट हो गए। ऑस्टिन को ऑस्ट्रेलिया टीम में बतौर ऑलराउंडर टीम में शामिल किया गया है।

अंत में : ऑल-राऊंडर एडवर्ड का प्रयास असफल रहा
PunjabKesari
पूरे मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम की ओर से जिस क्रिकेटर ने संघर्ष किया वो थे जैक एडवर्ड। ऑस्ट्रेलिया के लिए बॉलिंग करते हुए पहले तो एडवर्ड ने अपने 9 ओवर में 65 रन देकर सर्वाधिक 4 विकेट लिए। बाद में जब बैटिंग के लिए आए तो महत्वपूर्ण 79 रन बनाए। एडवर्ड जब खेल रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि भारत जीत तक आसानी से पहुंच नहीं पाएगा। लेकिन एडवर्ड के आऊट होते ही पूरी टीम बिखर गई।