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स्पोर्ट्स डेस्क: टेस्ट क्रिकेट को बोरिंग खेल माना जाता है क्योकि टेस्ट क्रिकेट पांच दिनों तक चलता है और खिलाड़ी काफी धीमे खेलते है। लेकिन इसी प्रारूप में एक खिलाड़ी की मानसिक और शारीरिक मजबूती या खामियों के बारे में पता चलता है। कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो इस थकाऊ खेल का प्रेशर नहीं झेल पाते। जबकि कई खिलाड़ी ने इस प्रारूप में न सिर्फ खुद को साबित किया है, बल्कि कई रिकॉर्ड्स भी बनाए हैं। आज बात करेंगे टेस्ट क्रिकेट में तिहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज की।

टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक है सहवाग का 

छक्के की मदद से तिहरा शतक पूरा करने का करिश्मा सहवाग ने ही सबसे पहले दिखाया था। टेस्ट करियर में उन्होंने अपना दूसरा तिहरा शतक वर्ष 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगाया था। इस बार उन्होंने 319 रनों की पारी खेली। गेंदो की संख्या के हिसाब से सबसे तेज तिहरा शतक (278 बॉल) में वीरेंद्र सहवाग द्वारा ही लगाया गाया था। दिलचस्पी की बात तो यह है कि ये रिकॉर्ड 10 साल होने के बाद भी किसी खिलाड़ी से नहीं टूटा है। 

वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने का करिश्मा भी सहवाग के नाम है

25 साल की उम्र में सहवाग ने वो कारनामा कर दिखाया था, जो उस वक्त तक 72 साल के भारतीय टेस्ट इतिहास में नहीं हो पाया था। सहवाग के करियर में ये वो मुकाम था जहां उन्होंने ये साबित कर दिया कि वे क्रिकेट की दुनिया में कुछ ऐसा करने आए हैं, जो केवल उनके ही बस में है। सेहवाग भारत की ओर से टेस्ट मैचों में दो तिहरा शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज़ हैं। भारत की ओर से सहवाग ने टेस्ट मैचों में छह दोहरे शतक जमाए। जबकि वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने का करिश्मा भी सहवाग के नाम है।

वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में अपना और भारत का पहला तिहरा शतक पाकिस्तान के खिलाफ वर्ष 2004 में मुल्तान में लगाया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 309 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी।