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बेंगलुरूः फिर से पूरी फिटनेस हासिल करने वाले बीरेंद्र लाकड़ा का मानना है कि आगामी हाकी विश्व लीग फाइनल में भारतीय टीम पर थोड़ा दबाव रहेगा। भुवनेश्वर में एक से दस दिसंबर के बीच होने वाले इस टूर्नामेंट में दुनिया की चोटी की टीमें भाग लेंगी। घुटने की चोट के कारण पिछले साल रियो ओलंपिक में नहीं खेल पाने वाले लाकड़ा ने राष्ट्रीय टीम में वापसी की है और उन्हें अब घरेलू दर्शकों के सामने खेलना होगा। इस विश्वसनीय फुलबैक ने कहा कि ओडि़शा की राजधानी हमेशा से भारत के लिये खास स्थल रहा है क्योंकि वहां शहर के हाकी प्रशंसकों का टीम को पूरा समर्थन मिलता है। पिछले साल दिसंबर में आस्ट्रेलियाई दौरे में आखिरी बार भारत की तरफ से खेलने वाले लाकड़ा ने कहा, ‘‘इस तरह की बड़ी प्रतियोगिता में हमेशा थोड़ा दबाव रहता है। वहां हमारा मुकाबला दुनिया की चोटी की आठ टीमों से होगा। ’’  

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं उत्साहित हूं और घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मेरे कई मित्र और परिजन हमारे मैच देखने के लिये आएंगे। ओड़िशा में लोग हाकी को लेकर काफी उत्साही हैं और भुवनेश्वर में हमें जो समर्थन मिलता है उससे वह भारतीय टीम के लिये विशेष स्थल बन गया है। ’’  लाकड़ा के अलावा दो अन्य भारतीय खिलाडिय़ों युवा दिपसन टिर्की और अमित रोहिदास को भी अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का मौका मिलेगा। रोहिदास ने जहां हाकी इंडिया लीग में प्रभावशाली प्रदर्शन किया वहीं टिर्की जूनियर विश्व कप विजेता टीम के सदस्य हैं। उन्नीस वर्षीय टिर्की ने कहा, ‘‘यह पहला अवसर होगा जब मैं ओडि़शा में घरेलू दर्शकों के सामने भारतीय टीम की तरफ खेलूंगा। ’’  उत्साह अलग बात है लेकिन ग्रुप चरण में आस्ट्रेलिया, जर्मनी और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ टिर्की जैसे युवा खिलाडिय़ों के कौशल की परीक्षा होगी।   

टिर्की ने कहा, ‘‘हमारे मुख्य कोच सोर्ड मारिन ने इस टूर्नामेंट के लिये मानसिक तौर पर तैयार होने के मद्देनजर हम से अलग अलग बात की। हम अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारियों से वाकिफ हैं। हमारा ध्यान अब खुद पर दबाव बनाये बिना टीम की रणनीति पर हमल करना है।’’ रक्षापंक्ति में रोहिदास और टिर्की को लाकड़ा के साथ खेलना होगा। रोहिदास ने कहा, ‘‘केवल बीरू (बीरेंद्र) ही नहीं बल्कि एसवी सुनील, मनप्रीत सिंह, रूपिंदर पाल सिंह जैसे सीनियर खिलाडिय़ों ने प्रत्येक सत्र में हमारा काफी उत्साह बढ़ाया। एक टीम के तौर पर हम इस टूर्नामेंट के लिए काफी कड़ी मेहनत कर रहे हैं तथा हमने बेल्जियम और एशिया कप में अच्छा प्रदर्शन किया जो कि हाकी विश्व लीग फाइनल में अच्छे परिणाम हासिल करने के लिये मनोबल बढ़ाने वाला कारक है।’’ भारत अपना पहला मैच एक दिसंबर को मौजूदा चैंपियन आस्ट्रेलिया से खेलेगा।