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नई दिल्लीः 32 वर्षीय दिनेश कार्तिक ने भारत को निदाहस टी20 त्रिकोणीय सीरीज का खिताब दिलाकर क्रिकेट जगत में सुर्खियां बटोर ली हैं। बांग्लादेश को आखिरी गेंद पर छ्क्का लगाना कार्तिक के लिए कभी ना भूला पाने वाला दिन होगा। वह इससे पहले अपने 14 साल के करियर में कभी भी भारत के लिए फिनिशर के रूप में साबित नहीं हो सके।  

कार्तिक के करियर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी। उनकी तकनीक के पीछे जिसका हाथ रहा वो हैं अभिषेक नायर। नायर ही वो शख्स था, जिसने कार्तिक में आगे बढ़ने की हिम्मत रखी आैर इस बात को खुद कार्तिक ने भी स्वीकारा है। कार्तिक का कहना है कि नायर ही वह इंसान हैं जिन्होंने समझाया कि गेंदों का सामना करते हुए एक बल्लेबाज कितना डीप तक जा सकता है। इस तरह कैसे वह तेज गेंदबाजों को खेल सकता । कार्तिक के अनुसार, ''मैं अतीत में यही गलतियां कर रहा था. मैं ब्लाइंडली क्रीज से बाहर आकर शॉट खेल रहा था, लेकिन  नायर ने कार्तिक को बल्लेबाजी की तकनीक ही नहीं समझाई बल्कि उनका खो रहा आत्मविश्वास भी उन्हें लौटाया।''

भाग्यशाली लोगों को मिलता है उनका साथ 
कार्तिक ने नायर की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा, ''उन्होंने कभी किसी चीज के लिए मुझे ना नहीं कहा। हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। उनके पास एक विशाल दिल है। वह अंडर प्रीविलेज किड्स के लिए बहुत काम करते हैं। पता नहीं कितने भाग्यशाली लोगों को उनका साथ मिलता है।'' उन्होंने कहा कि मुझे जो थोड़ी बहुत सफलता मिली है उसके पीछे सिर्फ अभिषेक नायर का ही हाथ है। उन्होंने जितना मेरे लिए किया है उतना कोई किसी के लिए नहीं करता।