Sports

नई दिल्ली : इंटरनैशनल पैरा-ओलिम्पिक एथलीट कमेटी ने रशिया के पैरा-ओलिम्पिक एथलीट पर भी बैन लगा दिया है। इससे अगले महीने साऊथ कोरिया में होने वाले पैरा-ओलिम्पिक में रशिया के दिव्यांग खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले पाएंगे। इंटरनैशनल कमेटी के प्रेसिडेंट एंड्रयू पार्सन्स ने कहा कि रशिया लगातार डोपिंग संबंधी नियमों की अवहेलना करता आ रहा है। आखिर जब पैरा-ओलिम्पिक खिलाडिय़ों के नामूने भी पॉजीटिव आए तो फैसला लिया गया कि नियमों के तहत रशिया पर बैन लगाया जाएगा। बता दें कि इससे पहले इंटरनैशनल ओलिम्पिक समिति ने रशिया पर ओलिम्पिक में भाग लेने पर रोक लगा दी थी। रशिया ओलिम्पिक में 537 पदक हासिल कर चुका है। इसमें 194 गोल्ड, 156 सिल्वर और 187 ब्रॉन्ज शामिल हैं। वहीं, पैरा-ओलिम्पिक गेम्स में भी रशिया के दिव्यांग खिलाडिय़ों ने पूरा दबदबा कायम रखते हुए 501 पदक हासिल किए हैं। इसमें 175 गोल्ड, 175 सिल्वर और 151 ब्रॉन्ज शामिल हैं।

रशिया को होगा बड़ा नुकसान
दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक रशिया कुश्ती, एथलेटिकस और जिम्रास्टिक गेमों के चलते ओलिम्पिक मेडल टैली में हमेशा मोहरी कतार में खड़ा रहता है। रशिया के ओलिम्पिक से बाहर होने पर बदनामी के अलावा कई नामी खिलाड़ी विदेशों का रुख कर सकते हैं। क्योंकि बैन के कारण वह खेल नहीं पाएंगे। ऐसे में वह दूसरे देशों में जाकर दोबारा शुरूआत करने की सोच सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो रशिया को दोबारा खिलाडिय़ों को एकसाथ इकट्ठा करने में भारी दिक्कत होगी।