Sports

नागपुरः एक साल से भी अधिक समय बाद पहला टेस्ट खेलते हुए शतक जडऩे वाले रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट में भारत की पारी और 239 रन की जीत के बाद कहा कि वह भाग्यशाली है कि एक बार फिर अपने पैरों पर खड़े होकर क्रिकेट खेल रहे हैं।  रोहित ने करियर के लिए खतरा बनी जांघ की चोट से उबरने के बाद श्रीलंका के खिलाफ यहां दूसरे टेस्ट में नाबाद 102 रन की पारी खेलते हुए अपना तीसरा टेस्ट शतक जड़ा जो लंबे प्रारूप में चार साल से अधिक समय में उनका पहला शतक है।  

दस साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान सिर्फ 22 टेस्ट खेलने के संदर्भ में पूछने पर रोहित ने दूसरे टेस्ट के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘आपके जीवन में हमेशा ही मलाल होते हैं। यहां तक कि अगर आप 10000 रन बनाओगे तो भी आपको लगेगा कि मुझे 15000 रन बनाने चाहिए थे या लोग आपसे कहेंगे, ‘आपको 15000 रन बनाने चाहिए थे।’।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं भाग्यशाली हूं कि एक बार फिर अपने पैरों पर खड़ा हूं क्योंकि जब मैं इस चोट (2016 में जांघ की सर्जरी) से गुजर रहा था तो एक समय मैं सोच रहा था कि क्या मैं दोबारा चल भी पाऊंगा या नहीं।’’ 

वर्तमान में जीना चाहते हैं रोहित
रोहित ने कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली हूं कि एक बार फिर अपने पैरों पर खड़ा हूं, खेल रहा हूं और रन बना रहा हूं, इसलिए हां, मैं खुश हूं।’’ वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम के नियमित सदस्य रोहित ने कहा कि वह वर्तमान में जीना चाहते हैं और अतीत के बारे में नहीं सोचते।  उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो अतीत में हो चुकी चीजों के बारे में सोचे। मैं उन चीजों को देखना चाहता हूं जो मेरे सामने हैं और मैं चीजों को इसी तरह से देखता हूं। जब मैं अनुभवहीन था और टीम में आया ही था तब मैं काफी चीजों के बारे में सोचा करता था लेकिन अब नहीं।’’