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नागपुरः दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैचों में पूरी उम्मीद है कि भारत एक ही स्पिनर को मैदान पर उतारेगा लेकिन बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा इससे चिंतित नहीं हैं कि वह रविचंद्रन अश्विन को पीछे छोड़कर यह स्थान हासिल कर पाएंगे या नहीं। जडेजा (51 रन देकर तीन विकेट) ने अश्विन (67 रन देकर चार विकेट) के साथ मिलकर श्रीलंका को दूसरे टेस्ट के पहले दिन पहली पारी में महज 205 रन में समेटने में अहम भूमिका अदा की।  

जब उनसे पूछा गया कि अगर वह कप्तान हों तो वह दक्षिण अफ्रीका टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में खुद और अश्विन में से किसे चुनते तो जडेजा ने उत्तर दिया, ‘‘ये भी कोई पूछने कि बात है, उनके इस जवाब से सभी हसंने लगे। अगर मैं कप्तान रहूंगा तो मैं गेंद किसी को भी नहीं दूंगा (हसंते हुए)। मैं एक छोर से गेंदबाजी करता रहूंगा। ’’ उन्होंने हालांकि कहा, ‘‘यह सब टीम के संतुलन पर निर्भर करता है और इसमें किसकी जरूरत है। विदेशी दौरों में कभी कभी, हम देखते हैं कि प्रतिद्वंद्वी टीम में ज्यादा बाएं हाथ या दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं तथा इसी के अनुसार टीम संयोजन बनाया जाता है। ’’ 

वह इस बात से वाकिफ हैं कि अश्विन और कुलदीप यादव में से किसी एक को अंतिम एकादश में रखा जाएगा तो जडेजा ने कहा कि वह सिर्फ एक ही चीज पर नियंत्रण रख सकते हैं और प्रदर्शन करना ही उनके हाथ में है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ नियंत्रण रखने वाली चीज पर ही नियंत्रण रख सकता हूं। जब मुझे मौका मिलता है तो मैं अच्छा करने की कोशिश करता हूं। जो चीज मेरे हाथ में नहीं है, उसके बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं है। अगर मुझे दक्षिण अफ्रीका में खेलने का मौका मिलता है तो मैं अच्छा करने का प्रयास करूंगा। ’’ जडेजा ने कहा, ‘‘जब मुझे पिछली बार मौका मिला था तो मैंने दूसरा टेस्ट खेला था जबकि अश्विन ने पहला टेस्ट खेला था। तभी मैंने कहा कि टीम का संयोजन प्रतिद्वंद्वी टीम के संयोजन पर निर्भर करेगा। ’’