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नई दिल्लीः क्रिकेट फैंस के लिए आज का दिन कभी ना भूला पाने वाला है। भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने आज ही के दिन यानी 2 जनवरी 2008 को दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था। भारत ने साउथ अफ्रीका को मात देकर यह खिताब अपने नाम किया था। 

ऐसे किया खिताबी मैच पर कब्जा
मलेशिया के क्वालालांपुर में खेले गए इस फाइनल मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका के सामने 45.4 ओवर में सभी विकेट खोकर 160 रनों का लक्ष्य रखा। कोई भी भारतीय बल्लेबाज अपने बल्ले से रन नहीं बरसा सका। ऐसा लगने लगा था कि साउथ अफ्रीका यह मैच आसानी से जीत लेगा, लेकिन अनिश्चितताओं के इस खेल को कुछ आैर ही मंजूर था। बारिश ने बाधा डाली आैर डकवर्थ लुईस के तहत साउथ अफ्रीका को 25 ओवर में जीत के लिए 116 रन का लक्ष्य मिला। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए  दक्षिण अफ्रीकी टीम को 25 ओवर में 8 विकेट पर 103 रनों पर रोक दिया आैर और भारत ने 12 रन से जीत हासिल करते हुए वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया था।   
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अजितेश अर्गल, रवींद्र जडेजा और सिद्धार्थ कौल ने 2-2 विकेट और इकबाल अब्दुल्ला ने 1 विकेट झटके। वहींम  हुए दक्षिण अफ्रीका को 8 विकेट पर 103 के स्कोर पर रोक दिया। इस तरह भारत ने 12 रन से रोमांचक जीत हासिल करते हुए दूसरी बार अंडर-19 वर्ल्ड कप कब्जा जमा लिया था। इस मैच में विराट कुछ खास नहीं कर पाए थे। वे केवल 34 गेंदें खेलकर 19 रन बनाकर ही आउट हो गए थे।

टीम में खेले थे दो कोहली 
गाैर फरमाने वाली बात यह है कि भारतीय टीम की तरफ से फाइनल मुकाबले में एक नहीं बल्कि दो कोहली खेले थे। विराट कोहली के हाथों टीम की कमान थी, तो वहीं उनके अलावा ओपन तरुवर कोहली ने बताैर ओपनर अपनी भूमिका निभाई। लेकिन यह दोनों कोहली फ्लाॅप साबित हुए। हालांकि कोहली ने कप्तान के रूप में खूब नाम कमाया आैर माैजूदा समय में वह सीनियर टीम के कप्तान हैं। ओपन तरुवर कोहली सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए थे। पंजाब के लिए खेलने वाले तरुवर कभी भारत के लिए नहीं खेल पाए। उन्होंने 29 प्रथम श्रेणी मैचों में 1477 रन और 42 लिस्ट-ए मैचों में 646 रन बनाए। वह आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए भी खेल चुके हैं। लेकिन कोहली आज क्रिकेट की दुनिया में खूब नाम कमा चुके हैं।