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नई दिल्ली : आखिरी समय में अनु के गोल की मदद से हरियाणा ने लड़कियों के हॉकी फाइनल में झारखंड के खिलाफ 2-1 की जीत के साथ पहले खेलो इंडिया स्कूल गेेम्स में चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया। राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में इससे पहले हुए मुकाबले में पंजाब ने चंडीगढ़ को रोमांचक मैच में 5-4 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। खिताबी मुकाबले में झारखंड ने पहले हाफ में गोल कर 1-0 की बढ़त बनाई।
वहीं, हरियाणा की लड़कियों ने दो पेनल्टी सहित तीन अच्छे मौके बर्बाद किए। झारखंड ने भी 6 पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन इनमें से किसी को भुना नहीं सका। हरियाणा की स्ट्राइकर मंजू और कोमल काफी प्रयास के बावजूद भी विपक्षी टीम के डिफेंस को भेद नहीं सकीं। झारखंड के लिए सुभानी भेंगरा ने 32वें मिनट में गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई।

कप्तान शर्मिला ने पेनल्टी कार्नर कर दिलाई बराबरी
दूसरे हाफ के शुरू होने के 8 मिनट बाद हरियाणा के लिए कप्तान शर्मिला ने पेनल्टी कार्नर पर गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। मैच में बराबरी से उत्साहित हरियाणा की लड़कियों ने चारों ओर से फिर हमले किए। मंजू और कोमल ज्योति के प्रयासों को हालांकि झारखंड की डिफेंडरों ने विफल कर दिया। हालांकि मैच की समाप्ति पर एक ओर परिणाम के लिए पेनल्टी शूटआउट की संभावना बन रही थी। वहीं अनु ने आखिरी समय में विजयी गोल कर हरियाणा को पहले खेलो इंडिया गेम्स में 2-1 से विजेता बना दिया।

पहले मैच में भी हराया था झारखंड को
हरियाणा के कोच नीतीन सभ्रवाल ने अपनी टीम की जीत पर खुशी जताई लेकिन कहा कि जीत का अंतर और बेहतर हो सकता है। टूर्नामेंट के शुरूआत में ही लड़कियों के पहले हॉकी मैच में हरियाणा ने झारखंड को 4-2 से हराया था। इससे पहले हुए कांस्य पदक मुकाबले में सिमरनजीत कौर ने पंजाब के लिए तीन गोल दागे। पंजाब ने पहले हाफ में 2-1 की बढ़त बनाई। सिमरनजीत के तीन गोल के अलावा बलजीत कौर और मिताली ने भी एक एक गोल किए जबकि चंडीगढ़ की तरफ से सोनू ने दो और बरखा तथा मोनू ने एक एक गोल किए।