Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Oct, 2017 05:24 PM
भारत में इन दिनों सिनेमाघरों में फिल्म शुरू से पहले राष्ट्रगान बजाया जाता है और इसके सम्मान में कुछ लोग खड़े हो जाते हैं और कुछ खड़े नहीं होते। यही बात आजकल विवाद का विषय बना हुआ है। सिनेमाघरों में राष्ट्रगान के समय खड़े न होने पर मारपीट किए जाने के...
नई दिल्ली: भारत में इन दिनों सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाया जाता है और इसके सम्मान में कुछ लोग खड़े हो जाते हैं और कुछ खड़े नहीं होते। यही बात आजकल विवाद का विषय बना हुआ है। सिनेमाघरों में राष्ट्रगान के समय खड़े न होने पर मारपीट किए जाने के कई मामले सामने आए हैं। कई लोग राष्ट्रगान को सार्वजनिक स्थलों पर बजाए जाने पर विरोध कर रहे हैं। वहीं भारत के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभी ने राष्ट्रगान का विरोध करने वालो को ट्विटर के जरिए करारा जवाब दिया।
गौतम ने ट्वीट करके लिखा कि किसी क्लब के बाहर खड़े रहकर इंतजार करने का समय 20 मिनट, किसी पसंदीदा रेस्तरां के बाहर खड़े रहकर इंतजार करने का समय 30 मिनट, राष्ट्रगान के लिए खड़े होने का समय 52 सैकंड... पर यह मुश्किल है? आपको बतां दें कि सु्प्रीम कोर्ट ने साल भर पहले सिनेमाघरों में राष्ट्रगान को अनिवार्य कर दिया था लेकिन हाल ही में उसने अब केंद्र सरकार को कहा कि सिनेमाघरों व अन्य स्थानों पर राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य हो या नहीं ये वो तय करे।
गंभीर के ट्वीट पर लोगों ने अपनी राय देते हुए लिखा कि फिल्म के टिकट के लिए घंटो लाइन में लग जाएंगे लेकिन वहीं 52 सेकंड खड़े नहीं हो सकते। एक अन्य ने लिखा बहुत सही कहा सर, हर कोई इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहा है लेकिन यह बेहद ही शर्मनाक है। यह सभी के लिए अनिवार्य होना चाहिए।