Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 07:43 PM
शंघाई मास्टर्स के बाद बासेल इंटरनेशनल में अपना आठवां खिताब जीतने वाले स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर पेरिस मास्टर्स से हटने के कारण अब स्पेन के राफेल नडाल के नंबर एक स्थान को खतरा नहीं पहुंचा पाएंगे। फेडरर ने बासेल में खिताब जीतकर नडाल से अपने अंकों का...
नई दिल्ली: शंघाई मास्टर्स के बाद बासेल इंटरनेशनल में अपना आठवां खिताब जीतने वाले स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर पेरिस मास्टर्स से हटने के कारण अब स्पेन के राफेल नडाल के नंबर एक स्थान को खतरा नहीं पहुंचा पाएंगे। फेडरर ने बासेल में खिताब जीतकर नडाल से अपने अंकों का फासला घटाकर 1460 कर लिया है। लेकिन पेरिस मास्टर्स से हटने के कारण स्विस मास्टर के पास अब संभावना नहीं रह गयी है कि वह साल का अंत नडाल को अपदस्थ कर नंबर एक से कर पाएं।
पेरिस मास्टर के बाद लंदन में एटीपी वल्र्ड टूर फाइनल्स होना है जिसमें फेडरर और नडाल दोनों ही हिस्सा लेंगे। नडाल के इस समय 10465 एटीपी अंक है जबकि फेडरर के 9005 एटीपी अंक हैं। फेडरर यदि वल्र्ड टूर फाइनल्स जीत भी जाएंगे तब भी वह पेरिस मास्टर्स से हटने के नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे। सत्र के आखिरी टूर्नामेंट में 1500 अंक दांव पर होंगे और इसके लिए सभी तीन राउंड रोबिन मैच जीतने होंगे।
31 वर्षीय नडाल को अपनी नंबर एक रैंकिंग बनाये रखने के लिए पेरिस में सिर्फ एक राउंड जीतना है जिससे वह 19 बार के ग्रैंड स्लेम चैंपियन की पहुंच से बाहर हो जाएंगे। फेडरर ने अपने करियर में पांच बार नंबर साल का समापन नंबर एक के रूप में किया है और वह अमेरिका के पीट सप्रास के रिकॉर्ड से एक साल कम हैं। नडाल चौथी बार करियर का समापन नंबर एक के रूप में करेंगे।