Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2017 06:51 PM
भारत का एकमात्र एटीपी टूर्नामेंट चेन्नई ओपन अब अपने पुराने घर चेन्नई को छोड़कर नए घर पुणे..
मुंबई: भारत का एकमात्र एटीपी टूर्नामेंट चेन्नई ओपन अब अपने पुराने घर चेन्नई को छोड़कर नए घर पुणे में जा रहा है और इसे महाराष्ट्र ओपन का नाम दिया गया है। पिछले कुछ समय से इस बात को लेकर अटकलें चल रही थीं कि चेन्नई ओपन अब चेन्नई में आयोजित नहीं हो पाएगा। टूर्नामेंट का अधिकार अपने पास रखने वाले आईएमजी रिलायंस ने महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र राज्य लॉन टेनिस एसोसिएशन के साथ समझौता किया है, जिसके तहत घोषणा की गई है कि 2018 संस्करण के लिए पुणे इस टूर्नामेंट का मेजबान स्थल होगा।
यह टूर्नामेंट अब महाराष्ट्र ओपन के नाम से जाना जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने कहा हम इस विश्व स्तरीय एटीपी टूर्नामेंट का अपने राज्य में स्वागत करते हैं। हमें खुशी है कि हम महाराष्ट्र ओपन की मेजबानी करेंगे और हर वर्ष इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। चेन्नई ओपन भारत के अंतरराष्ट्रीय खेल कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा था जिसमें लगातार 21 वर्षों तक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलने उतरे थे। यहां तक की पूर्व नंबर एक और 15 बार के ग्रैंड स्लेम विजेता स्पेन के राफेल नडाल ने भी अपने करियर के दौरान चेन्नई ओपन को एक हिस्सा बनाया था।
आईएमजी रिलायंस के प्रवक्ता ने कहा कि हम तमिलनाडु में सभी का और खासतौर पर प्रशंसकों का तथा तमिलनाडु सरकार और तमिलनाडु टेनिस संघ का चेन्नई ओपन को इतना सफल बनाने के लिए धन्यवाद करना चाहते हैं। हमें टेनिस प्रेमियों से इसी तरह के प्यार की उम्मीद पुणे और महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि देश के हर हिस्से में रहेगी। हमने टेनिस की एक विरासत तैयार की है जिसमें युवा खिलाडिय़ों को दुनिया के बेहतरीन खिलाडिय़ों के साथ न केवल खेलने का मौका मिला है बल्कि विश्व रैंकिंग अंक जुटाने का भी मौका मिला है।
एमएसएलटीए के सचिव सुंदर अय्यर और टूर्नामेंट निदेशक प्रशांत सुतार इस टूर्नामेंट को पुणे में आयोजित करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उनका मानना है कि महाराष्ट्र ओपन के आयोजन के लिए पुणे में देश का सर्वश्रेष्ठ टेनिस आधारभूत ढांचा उपलब्ध है। चेन्नई ओपन के आयोजन के दौरान भारत की सर्वश्रेष्ठ जोड़ी लिएंडर पेस और महेश भूपति, स्टेनिसलास वावरिंका और मारिन सिलिच जैसे खिलाड़ी अपने करियर की शुरूआत में खेले और फिर दुनिया के शीर्ष खिलाडिय़ों में शुमार हुए।