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शारजाहः वेस्टइंडीज के धुरंधर आलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने टीम में अपनी वापसी को लेकर कहा है कि राष्ट्रीय टीम में वापसी का कोई तुक नहीं बनता है। 34 साल के हो चुके ब्रावो इस उम्र में भी दुनिया भर की टी-20 लीगों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और मैच विजेता खिलाड़ी साबित हो रहे हैं। मौजूदा समय में वह यहां चल रही टी-10 क्रिकेट लीग में वीरेंद्र सहवाग के नेतृत्व वाली मराठा अरेबियंस की ओर से खेल रहे हैं।   

ब्रावो ने मैच के बाद कहा कि मुझे वेस्टइंडीज टीम से तब बाहर कर दिया गया था जब मैं फिट था। अब मैं 34 साल का हो चुका हूं ऐसे में वापसी का कोई मतलब ही नहीं बनता। मैं चाहता हूं कि मेरे अंदर जितना क्रिकेट बचा है अपने फैंस की खातिर उतना मैं खेलूं। वेस्टइंडीज के लिए अब तक 40 टेस्ट, 164 वनडे और 66 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके ब्रावो ने अपना आखिरी टेस्ट सात साल पहले 2010 में श्रीलंका के खिलाफ पल्लेकेले में, आखिरी वनडे भारत के खिलाफ 2014 में धर्मशाला में और आखरी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच गत वर्ष पाकिस्तान में अबुधाबी के खिलाफ खेला था।

आलराउंडर ने कहा कि मैं दुनिया भर में होने वाले इस तरह की टी-20 प्रतियोगिताओं में खेलना चाहता हूं। मैं जितना ज्यादा खेलुंगा उतना ही खुश रहुंगा। ब्रावो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पहले चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे। लेकिन चेन्नई पर प्रतिबंध लगने के बाद वह नई टीम गुजरात लायंस हिस्सा बने थे। हालांकि चोट की वजह से वह इस वर्ष आईपीएल में नहीं खेल पाए थे। उन्होंने हाल ही में बंगलादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) से क्रिकेट में की थी और अब वह टी-10 क्रिकेट लीग में खेल रहे हैं।