Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 05:54 PM
पैरालंपिक में दो बार के स्वर्ण पदक विजेता देवेन्द्र झाझरिया को उम्मीद है कि अगर वह अगले पैरालंपिक में हिस्सा लेते है तो अपनी सफलता को दोहराएंगे। झाझरिया ने इकलौते भारतीय है जिन्होंने पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीते है। 36 वर्ष के इस खिलाड़ी ने 2004...
नई दिल्लीः पैरालंपिक में दो बार के स्वर्ण पदक विजेता देवेन्द्र झाझरिया को उम्मीद है कि अगर वह अगले पैरालंपिक में हिस्सा लेते है तो अपनी सफलता को दोहराएंगे। झाझरिया ने इकलौते भारतीय है जिन्होंने पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीते है। 36 वर्ष के इस खिलाड़ी ने 2004 और 2016 ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते है।
देश के लिए जीतूंगा स्वर्ण
उन्होंने कहा कि वह अपनी फिटनेस को बरकरार रखना चाहते हैं जिससे तोक्यो में 2020 पैरालंपिक खेलों में हिस्सा ले सके। झाझरिया ने यहां एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘ मेरे लिए 2020 पैरालंपिक सर्वश्रेष्ठ मौका होगा। अगर मैं फिट रहा तो निश्चित तौर पर अगले पैरालंपिक में खेलूंगा और देश के लिए स्वर्ण जीतूंगा।
खेल रत्न से हुए हैं सम्मानित
झाझरिया पहले पैरालंपिक खिलाड़ी है जिन्हें राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘ ये सम्मान सिर्फ मेरे लिए नहीं था। यह सभी दिव्यांग बच्चों के लिये था को किसी सपने को पूरा करने के लिये जीते है। सबको मुझ से उम्मीदें रहती है कि मुझे पुरस्कार मिलेगा। इससे सबका हौसला बढता है।’’ उन्होने कहा कि वह काफी मेहनत कर रहे है और रविवार की छुट्टी भी नहीं ले रहे हैं।