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जालन्धर : फरवरी 1977 में जब पाकिस्तान टीम वैस्टइंडीज के दौरे पर गई तब वैस्टइंडीज के तेज गेंदबाज एंडी रॉबट्र्स, कोलिन क्राफ्ट, जोएल गार्नर, मौरिस फॉस्टर का काफी नाम हुआ करता था। वैस्टइंडीज के ये गेंदबाज उन दिनों खतरनाक बाउंसर फेंकने के लिए दुनिया भर में मशहूर थे। दोनों टीमों के बीच ब्रिजटाउन में पहला टेस्ट खेला गया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में वसीम राजा (117) के नाबाद शतक की बदौलत 435 रन बनाए। जवाब में वैस्टइंडीज की टीम ने कप्तान क्लाइव लॉयड के 157 रनों की मदद से 421 रन बना दिए। आखिर जब दूसरी पारी में पाकिस्तान टीम खेलने उतरी तो वैस्टइंडीज के गेंदबाजों की सूरते हाल ही बदल नजर आई।

दरअसल दौरे पर कमजोर मानी जा रही पाकिस्तान टीम के चार सौ पार स्कोर बनाने पर वैस्टइंडीज बॉलर मैदान में हताश होते नजर आए थे। इसी का असर पाकिस्तान की दूसरी पारी के दौरान देखने को मिला। वैस्टइंडीज के सभी बॉलरों ने दिशाहीन गेंदबाजी की। पाकिस्तान ने अगर किसी तरह 291 रन बनाए तो इसमें 68 रन एक्स्ट्रा के थे।

एक पारी में वैस्टइंडीज के बॉलरों द्वारा 68 रन बतौर अतिरिक्त दिया जाना, उस वक्त की सबसे बड़ी घटना थी। लय और तेजी के लिए जाने जाते वैस्टइंडीज के बॉलर तब टूटते नजर आए जब पाकिस्तानी बल्लेबाजों को जल्द आऊट न कर पाने के कारण बात उनकी प्रतिष्ठा पर आकर खड़ी हो गई। ऐसे में वैस्टइंडीज के बॉलरों ने अतिरिक्त जोर लगाया शुरू कर दिया। नतीजा यह निकला- एक पारी में 29 बाय, 11 लैग बॉय और 28 नो बॉल देखने को मिलीं।

क्रिकेट इतिहास का यह 1977 तक पहला वाक्या था जब इतने रन अतिरिक्त के रूप में किसी टीम ने दिए हों। गेंदबाजों के अलावा इस मैच में वैस्टइंडीज के विकेटकीपर मुरै का प्रदर्शन भी बेहद खराब रहा। करीब 40 रन बाय के उनकी वजह से पाकिस्तान को मिले।

यह मैच इसलिए खास था क्योंकि इसी मैच के बाद से वैस्टइंडीज पेस अटैक की कई खामियां क्रिकेट फैंस को देखने को मिली थीं। कभी एक्यूरेसी के लिए दुनिया भर में मशहूर वैस्टइंडीज के बॉलरों की कलई इस मैच में ऐसी खुली कि तमाम अखबारों इन्हें सुर्खियां में प्रकाशित किया। कुछ अखबारों में इसे वैस्टइंडीज तेज गेंदबाजों द्वारा बनाई गर्ई अभेद दीवार में सुराख की नजर से भी देखा गया।

बता दें कि क्रिकेट के इतिहास में एक पारी में सबसे ज्यादा अतिरिक्त रन देने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम पर है। पाकिस्तान ने 2007 में बेंगलुरु के मैदान पर इंडिया के खिलाफ खेलते हुए 76 अतिरिक्त रन दिए थे। इसमें 35 बाय, 26 लैगबॉय और 15 नो-बॉल शामिल थे। दूसरे नंबर पर वैस्टइंडीज की ही टीम है जिन्होंने 2009 में इंगलैंड के खिलाफ 74 अतिरिक्त रन दिए थे। भारत इस लिस्ट में अभी नौवें नंबर पर है। 1987 में भारतीय बॉलरों ने वैस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के मैदान में 64 अतिरिक्त रन दिए थे।