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नई दिल्ली : भारतीय टीम के ऑलराउंडर क्रिकेटर हार्दिक पंड्या संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर पर टिप्पणी के मामले में बाहर निकलते नजर आ रहे हैं। दरअसल जिस ट्विटर आईडी से डॉ. अंडेबकर पर टिप्पणी के बाद अदालत ने पांड्या पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे, वह अकाउंट फर्जी निकला है। बताया जा रहा है कि उक्त ट्विट @sirhardik3777 नाम आईडी से किया गया था जबकि पांड्या की असल ट्विटर वेरिफाइड आईडी @hardikpandya7 है। बता दें कि जिस आईडी से यह ट्विट हुआ था उससे यह ट्विट अब डिलीट कर दिया गया है।

ट्विट भी पिछले साल दिसंबर का है। तब डॉ. आर मेघवाल ने पांड्या के खिलाफ डॉ. अंबेडकर को अपमानित करने का आरोप लगाया था। डॉ. मेघवाल का कहना था कि पांड्या का यह ट्विट दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है। इसी के चलते उन्होंने पुलिस में कंप्लेंट कर एफआईआर दर्ज करने को कहा था। पुलिस द्वारा ठोस सबूत न होने पर पांड्या के खिलाफ एफआईआर नहीं की गई। इसके बाद संगठन अदालत में चले गए। इसी के चलते जोधपुर की एक स्पेशल एससी/एसटी कोर्ट ने पुलिस को हार्दिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया।