Edited By ,Updated: 26 Jul, 2015 09:24 AM
दिल्ली की एक अदालत द्वारा स्पाट फिक्सिंग के आरोपों से बरी किए गए एस श्रीसंत ने कहा कि वह चाहते थे कि उनकी ..
नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत द्वारा स्पाट फिक्सिंग के आरोपों से बरी किए गए एस श्रीसंत ने कहा कि वह चाहते थे कि उनकी बेटी जब उनका नाम गूगल करे तो एक क्रिकेटर के रूप में उन्हें जाने, एक आतंकवादी के रूप में नहीं ।
श्रीसंत ने कहा कि मेरी बेटी 3 महीने की है। जब वह बड़ी होकर मेरा नाम गूगल करेगी तो मैं चाहता हूं कि वह मुझे क्रिकेटर के रूप में पाए, आतंकवादी के रूप में नहीं । मैंने जब दाउद इब्राहिम के साथ अपनी तस्वीर फ्लैश होते देखी तो मैं स्तब्ध रह गया । मैं हैरान था कि मैंने एेसा क्या कर दिया है ।
उसने कहा कि मेरे पिता को 2 बार दिल का दौरा पड़ चुका है । उनकी आेपन हार्ट सर्जरी हुई है। जब बेटे को तिहाड़ जेल भेजा गया तो पिता पर क्या गुजरी होगा । बीसीसीआई ने कहा है कि वह अनुशासन समिति का फैसला नहीं बदलेगा और श्रीसंत ने कहा कि वह बीसीसीआई से लडऩा नहीं चाहता। उसने कहा कि मैं जो कुछ भी हूं, बीसीसीआई की वजह से हूं और मैं उसके खिलाफ नहीं जाउंगा । मेरा मानना है कि वे मेरी सच्चाई देखेंगे । फिलहाल मुझे खुशी है कि मैं कम से कम क्लब मैच खेल सकूंगा और फिर से आउटस्विंगर डाल सकूंगा ।