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नई दिल्ली: भारत के खिलाफ यहां 2 साल से भी अधिक समय बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक जडऩे वाले श्रीलंका के आलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि वह हमेशा ही खेलते हुए दबाव महसूस करते हैं और इस शतक से उन्हें काफी राहत मिली है, इसके साथ उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों के साथ रिश्तों को लेकर कहा कि उनके साथ रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

भारतीय खिलाड़ियों के साथ रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा
मैथ्यूज ने कहा कि इससे भारतीय खिलाडिय़ों के साथ उनके रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंन कहा कि रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह अजीब स्थिति थी क्योंकि किसी को नहीं पता था कि क्या करना है। रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि हम मैदान पर कड़ी प्रतस्पिर्धा देते हैं लेकिन बाहर अच्छे दोस्त हैं। श्रीलंका ने आज पहली पारी में 9 विकेट गंवा दिए जिसके संदर्भ में मैथ्यूज ने कहा कि हम थोड़े निराश हैं। थोड़े अधिक विकेट बचते तो बेहतर होता। हमने आज काफी विकेट गंवाए। कल अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। कुछ जल्दी विकेट हासिल करके हम उन्हें बैकफुट पर ला सकते हैं।

भाग्य ने भी मेरा साथ दिया
मैथ्यूज ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह काफी अच्छा और राहत भरा है। मैं गेंद को नेट में काफी अच्छी तरह हिट कर रहा था। कोलकाता टेस्ट में मैंने अच्छी शुरूआत करते हुए अर्धशतक जड़ा लेकिन इसका फायदा उठाकर बड़ी पारी नहीं खेल पाया। उन्होंने कहा कि दूसरे टेस्ट में अपने प्रदर्शन से मैं निराश हूं लेकिन मैं नेट पर गेंद को अच्छी तरह हिट कर रहा था और मेरे अंदर पूरा आत्मविश्वास था। आज अच्छी शुरूआत के बाद मैंने इसका फायदा उठाया। भाग्य ने भी मेरा साथ दिया। लेकिन यह खेल का हिस्सा है। निराश हूं कि मैं इसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाया। भारतीय टीम को श्रेय जाता है कि उन्होंने लगातार दबाव बनाए रखा और रन बनाने के आसान मौके नहीं दिए।

दो साल से भी ज्यादा समय के बाद मैथ्यूज ने जड़ा शतक
दो साल से अधिक समय बाद पहला टेस्ट शतक जडऩे वाले मैथ्यूज ने कहा कि मैं मौके का इंतजार कर रहा था। हमें आज रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी क्योंकि वे आसान मौके नहीं दे रह थे। वे काफी अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। चांदीमल ने काफी अच्छी लय में बल्लेबाजी की लेकिन मैं उतनी अच्छी लय में नहीं खेल पाया। यह मेरी सबसे कड़ी पारियों में से एक है जहां मुझे रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। मुझे खुशी है कि मैंने कड़ी मेहनत की क्योंकि अंत में मुझे इसका फायदा मिला। 

भारतीय गेंदबाजों की तारीफ 
भारतीय गेंदबाजों की तारीफ करते हुए मैथ्यूज ने कहा कि हम दुनिया की नंबर एक टीम के खिलाफ खेल रहे हैं और चारों गेंदबाज लगातार आप पर हावी होने की कोशिश कर रहे थे। विराट कोहली उन्हें काफी अच्छी तरह रोटेट कर रहा था। हमें काफी ढीली गेंद नहीं मिली। आप देखोगे कि मुझे और चांदीमल को रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। पिछले कुछ समय में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने पर मैथ्यूज ने कहा कि पिछले कुछ समय में मुझे चोटों का सामना करना पड़ा और मैं टीम से अंदर बाहर होता रहा। मेरे प्रदर्शन की निरंतरता इससे प्रभावित हुई। मैंने एक भी मैच ऐसा नहीं खेला जिसमें मैं दबाव में नहीं रहा। पदार्पण मैच से लेकर अब तक मुझे दबाव महसूस होता है। लेकिन हमें पता है सीनियर होने के साथ हमेशा आपके उपर दबाव रहता है। मुझे:बल्लेबाजी कोच तिलन: समरवीरा को धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने मुझे वे चीजें याद दिलाई जो मैं अतीत में करता था। मैं शुरूआती 14 साल में इन्हें आजमाया था। वह बल्लेबाजों के साथ कड़ी मेहनत कर रहा है।  

बता दें भारत के खिलाफ तीसरे मैच में उन्होंने  मैथ्यूज ने भारत के खिलाफ 111 रन की पारी खेलने के अलावा कप्तान दिनेश चांदीमल (नाबाद 147) के साथ चौथे विकेट के लिए 181 रन की साझेदारी भी की।