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नई दिल्लीः अंकिता रैना और करमन कौर थंडी के सामने कल से यहां शुरू हो रहे एशिया/ओसियाना ग्रुप एक टूर्नामेंट के जरिए भारतीय फेड कप टेनिस टीम को विश्व ग्रुप में पहुंचाने की कड़ी चुनौती होगी। भारत 1991 से फेड कप विश्व ग्रुप में जगह नहीं बना पाया है लेकिन भारत की युवा टीम के विरोधियों को कड़ी चुनौती देने की उम्मीद है। अंकिता और करमन दोनों ने 2017 सत्र में आईटीएफ र्सिकट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।         

मुकाबले को लेकर सकारात्मक हैं प्लेयर्स
लुआन में 60000 डालर इनामी टूर्नामेंट के एकल फाइनल में पहुंची अंकिता को शीर्ष 125 में शामिल खिलाडिय़ों के खिलाफ खेलने का अनुभव है और उन्हें पता है कि इस प्रतियोगिता में मैच जीतने के लिए क्या जरूरी है। मेजबान देश की नंबर एक और सबसे अनुभवी खिलाड़ी होने के कारण उनसे काफी उम्मीदें हैं। अंकिता ने अभ्यास सत्र के बाद कहा, ‘‘इस मुकाबले को लेकर हम काफी सकारात्मक हैं। हमारी टीम में उभरते हुए खिलाड़ी हैं जो अन्य टीमों को हैरान कर सकते हैं। और मैं जिस तरह खेल रही हूं उसे देखते हुए अच्छे नतीजों के प्रति आश्वस्त हूं।’’ भारत को टूर्नामेंट के पहले दिन चीन की कड़ी चुनौती का सामना करना है। दुनिया की 253वें नंबर की खिलाड़ी अंकिता दुनिया की 120वें नंबर की खिलाड़ी लिन झू के खिलाफ खेलेंगी जिन्होंने पिछले साल मई में उन्हें लुआन प्रतियोगिता के फाइनल में हराया था। दिल्ली की करमन भारत के अभियान की शुरुआत दुनिया की 125वें नंबर की खिलाड़ी वांग याफान के खिलाफ करेंगी।         

दुनिया की 284वें नंबर की खिलाड़ी करमन ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि उन्हें हराया नहीं जा सकता। टीम प्रतियोगिताएं र्सिकट से अलग होती हैं।’’ युगल पर अधिक ध्यान देने के बाद से प्रार्थना थोंबारे में सुधार हुआ है और अगर प्रांजला यदलापल्ली खेलती हैं तो वह फेड कप में पदार्पण करेंगी। हालांकि टूर्नामेट में प्रतिस्पर्धा काफी कड़ी है। 

कजाखस्तान ने दुनिया की 50वें नंबर की यूलिया पितिंतसेवा और दुनिया की 60वें नंबर की जरीना डियास जैसी खिलाडिय़ों को टीम में जगह दी है। जापान की टीम में भी दुनिया की 98वें नंबर की नाओ हिबिनो ओर 103वें नंबर की कुरुमी नारा जैसी खिलाड़ी शामिल हैं। भारत को ग्रुप ए में कजाखस्तान, हांगकांग और चीन के साथ रखा गया है जबकि ग्रुप बी में जापान, चीनी ताइपे, थाईलैंड और कोरिया को जगह मिली है। प्रत्येक पूल का विजेता एक दूसरे के खिलाफ प्ले आफ खेलेगा जिससे फैसला होगा कि कौन सी टीम अप्रैल में होने वाले विश्व ग्रुप दो प्ले आफ में जगह बनाएगी। प्रत्येक पूल में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम दूसरे पूल की चौथे स्थान पर रहने वाली टीम से भिड़ेगी और हारने वाली दो टीमें 2019 में एशिया/ओसियाना ग्रुप दो में रेलीगेट होंगी।