Edited By ,Updated: 02 Jun, 2015 11:11 AM
स्कूल टाइम से ही बजटिंग, सेविंग्स, घर खरीदने के लिए क्रेडिट का समझदारी, रिटायरमेंट प्लानिंग व फाइनांस का सही ढंग से इस्तेमाल करना अब नौवीं व 10वीं के विद्यार्थी भी सीख सकेंगे।
लुधियाना: स्कूल टाइम से ही बजटिंग, सेविंग्स, घर खरीदने के लिए क्रेडिट का समझदारी, रिटायरमेंट प्लानिंग व फाइनांस का सही ढंग से इस्तेमाल करना अब नौवीं व 10वीं के विद्यार्थी भी सीख सकेंगे।
जानकारी के मुताबिक सीबीएसई ने इसी सेशन से विद्यार्थियों के लिए फाइनेंशियल मार्केट मैनेजमेंट (एफएमएम) का वोकेशनल कोर्स शुरू करने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि नेशनल स्किल डेवल्पमेंट कॉरपोरेशन ने बैंकिंग, फाइनांशियल सर्विसेस व इंश्योरेंस इंडस्ट्री (बीएफएसआई) को 21 ग्रोइंग इंडस्ट्री में शामिल किया है। गौरतलब है कि सीबीएसई की ओर से ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को साल 2007 से ही ये कोर्स करवाया जा रहा है।
सीबीएसई व एनएसई की ओर से इकनॉमिक्स, कॉमर्स व बिजनेस स्टडीज के टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। आपको बता दें कि विद्यार्थियों को प्रेक्टिकल व थ्योरी दोनों तरह के एग्जाम देने होंगे। नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) द्वारा तैयार लेवल वन (नौवीं) व लेवल टू (दसवीं) के लिए 100 नंबर के इस एग्जाम में 60 थ्योरी के व 40 प्रैक्टिकल के नंबर होंगे।
क्या होगा फायदा?
फाइनांशियल मार्केट मैनेजमेंट (एफएमएम) पढ़ने वाले स्टूडेंट्स देश की 16 यूनिवर्सिटीज द्वारा फाइनांशियल मार्केट में बीबीए व एमबीए जैसे कोर्स भी कर सकते हैं। सीबीएसई व नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड(एनएसई) के ज्वाइंट सर्टिफिकेट व वर्कशॉप से स्टूडेंट्स को फाइनांस सेक्टर में आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी। नौवीं व दसवीं क्लास के विद्यार्थियों के लिए लेवल अलग होगा। लेकिन ये वोकेशनल कोर्स लेने से उन्हें काफी फायदा होगा।