Edited By ,Updated: 18 Aug, 2016 08:21 AM
रियो ओलिंपिक में अपने प्रदर्शन से करोड़ों देशवासियों के दिल पर अमिट छाप छोडऩे वाली महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर तथा देश के शीर्ष पिस्टल...
नई दिल्ली: रियो ओलिंपिक में अपने प्रदर्शन से करोड़ों देशवासियों के दिल पर अमिट छाप छोडऩे वाली महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर तथा देश के शीर्ष पिस्टल निशानेबाज जीतू राय भले ही खेलों के महाआयोजन में पदक न जीत पाए हों लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए इस साल‘राजीव गांधी खेल रत्न’पुरस्कार के लिए उनके नाम की सिफारिश की गई है।
52 वर्षों में पहली भारतीय जिमनास्ट के तौर पर रियो में उतरने वाली 23 वर्षीय त्रिपुरा की दीपा ने रियो की जिमास्टिक की वॉल्ट स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल कर एक नया इतिहास रचा था। उन्होंने फाइनल में 15.066 के औसत स्कोर के साथ चौथा स्थान हासिल किया था और बेहद मामूली अंतर से कांस्य पदक जीतने से चूक गई थीं।
विश्व रैंकिंग में तीसरे नंबर के 29 वर्षीय जीतू ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में जगह बनायी थी और आठवें स्थान पर रहे थे हालांकि वह अपनी पसंदीदा स्पर्धा 50 मीटर पिस्टल के फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए थे। जीतू ने इस साल बाकू में आईएसएसएफ विश्व कप की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता था जबकि बैंकाक में उन्होंने आईएसएसएफ विश्व कप की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। जीतू ने 2014 में स्पेन में 51वीं निशानेबाजी विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले पहले निशानेबाज थे।
जस्टिस एसके अग्रवाल की अध्यक्षता में गठित 12 सदस्यीय समिति ने बुधवार को यहां हुई बैठक में दीपा और जीतू के नामों की सिफारिश खेल रत्न पुरस्कारों के लिए की। समिति ने खेल रत्न के लिये अभी उन खिलाड़ियों के लिए भी संभावनाएं छोड़ रखी हैं जो रियो में पदक जीत सकते हैं। खेल रत्न, अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार 29 अगस्त को‘खेल दिवस’के दिन राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रदान करते हैं। खेल रत्न के लिए इस बार टिंटु लूका,अनिर्बाण लाहड़ी ,विकास गौड़ा, मिताली राज, दीपिका पल्लीकल समेत 10 खिलाड़ियों ने आवेदन दिया था लेकिन प्रारंभिक छंटनी के बाद सिर्फ क्रिकेटर विराट कोहली, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू ,जीतू तथा दीपा रह गए हैं।