कोर्ट सख्त, कहा- तेजाब होता तो केजरीवाल का क्या होता?

Edited By ,Updated: 23 Jan, 2016 02:35 PM

bhawna arora thrown ink on kejriwal

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर स्याही फेंकने के मामले में कोर्ट ने भी दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर स्याही फेंकने के मामले में कोर्ट ने भी दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कोर्ट का कहना है कि यह घटना साफ तौर पर सुरक्षा में खामी का मामला है। दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारीपूर्ण रुख नहीं अख्तियार किया। 

कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल नसीब वाले हैं जो बोतल में सादा स्याही थी। उन्होंने कहा कि कल्पना की जा सकती है कि अगर भगवान न करे, बोतल में तेजाब आदि जैसा कोई पदार्थ स्याही के साथ मिला होता तो क्या होता। अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री सुरक्षित नहीं हैं तो सोचा जा सकता है कि दिल्ली के सामान्य नागरिकों की क्या स्थिति होगी।

उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि जांच के दौरान स्याही की बोतल कैसे नहीं पकड़ी जा सकी। यह पुलिस की ओर से स्पष्ट रूप से सुरक्षा में खामी का मामला है, खासतौर पर उस समय जब एक बंद स्टेडियम में जनसभा को संबोधित किया जाना हो, खुले मैदान में नहीं। हालांकि उन्होंने 26 साल की भावना अरोड़ा को जमानत दे दी है। भावना ने 17 जनवरी को एक रैली में केजरीवाल पर कथित तौर पर स्याही फेंक दी थी। उसके बाद से वह न्यायिक हिरासत में थी।

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