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नई दिल्लीः भारत दक्षिण अफ्रीका दौरे में तीन मैचों की सीरीका में 0-2 से पिछड़कर सीरीका गंवा चुका है लेकिन वह जोहानसबर्ग में 24 जनवरी से होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट में एक अनूठा रिकार्ड बना सकता है। भारत इस दौरे में अपनी 17 सदस्यीय टीम में मुख्य विकेटकीपर के रूप में रिद्धिमान साहा को और बैकअप विकेटकीपर के रूप में पार्थिव पटेल को लेकर गया था। साहा केपटाउन में पहले टेस्ट के बाद चोटिल हो गये और उन्हें सेंचुरियन के दूसरे टेस्ट से हटना पड़ा।   

कार्तिक को मिलेगा मौका 
सेंचुरियन में दूसरा टेस्ट समाप्त होने से पहले ही भारतीय टीम प्रबंधन ने विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को दक्षिण अफ्रीका का बुलावा दे दिया जबकि सेंचुरियन में साहा की जगह पटेल विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पटेल का दूसरे टेस्ट में विकेट के पीछे दस्तानों के साथ और विकेट के आगे बल्ले के साथ प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। इस बात की पूरी संभावना है कि पटेल जोहानसबर्ग में होने वाले तीसरे टेस्ट में बाहर बैठेंगे और उनकी जगह कार्तिक को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालने का मौका मिलेगा।   

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में संभवत: यह पहला मौका होगा जब तीन टेस्टों की सीरीज में तीन अलग-अलग विकेटकीपर तीन मैचों में कीपिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे। विश्व क्रिकेट के इतिहास में भी यह एक अभूतपूर्व मौका होगा। वर्ष 1959-60 में ऐसा ही एक मौका आया था जब इंग्लैंड की टीम ने वेस्टइंडीज के दौरे में दो विकेटकीपर रखे थे। इनमें से एक विकेटकीपर की फार्म खराब रही और दूसरा विकेटकीपर बीमार पड़ गया। इस स्थिति में आपात विकल्प के तौर पर जिम पाक्र्स को अंतिम टेस्ट में खेलाया गया जिन्होंने उस मैच में 101 रन ठोके।