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नई दिल्ली : डब्ल्यूडब्ल्यूई द्वारा नई दिल्ली करवाए गए इवेंट में हालांकि सबकी नजरें ट्रिपल एच और जिंदर महल के मैच पर टिकी थी। लेकिन इस बीच दो और भारतीय रेसलरों ने डब्ल्यूडब्ल्यूई में अपना डेब्यू किया था। यह थे जीत रामा और किशन रफ्तार। दोनों ने मिजटोयरेज के खिलाफ टैग टीम मैच खेला और जीता भी। जीत राम का असली नाम सतिंदर डागर तो किशन रफ्तार का लवप्रीत संघा है। मूलत: हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले 36 साल के जीत रामा का अपना पहला डब्ल्यूडब्ल्यूई मैच जीतने पर उनके दोस्तों ने जोरदार स्वागत किया। दिल्ली से रामा को रैली के रूप में सोनीपत लाया गया। 

200 गाडिय़ां शामिल थीं स्वागती काफिले में
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107 किलो वजनी और 6 फीट 4 इंच कद वाले जीत रामा ने सोशल साइट्स पर लाइव होकर कहा- यह उनकी नहीं बल्कि पूरे इंडिया की जीत है। लोगों का अपने ऊपर विश्वास देखकर मैं भी वादा करता हूं कि डब्ल्यूडब्ल्यूई में इंडिया का नाम रोशन करूंगा। करीब 200 गाडिय़ों में रेसलिंग के प्रशंसक यहां जमा हैं। यह रेसलिंग को लेकर भारत में पैदा हुए क्रेज को दिखाता है। 

जीत रामा पांच लीटर दूध रोज पीते हैं
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जीत रामा दो बार नेशनल हैवीवेट चैंपियन रह चुके हैं। तीन बार हिंद केसरी भी रहे। उनके पिता वेदपाल हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच से बतौर एसआई रिटायर हुए हैं। उनके दादा रामदिया भी पहलवान थे। जिसके कारण वह पहलवानी में आए। 2016 में डब्ल्यूडब्ल्यूई ने चंडीगढ़ में ट्रायल करवाए थे। इसमें जीतने के बाद जीत रामा दुबई पहुंचे। वहां भी सिलेक्ट हुए। पिछले साल दिल्ली में हुए डब्ल्यूडब्ल्यूई इवेंट में भी जीत रामा ने फाइट की थी। चाद गाबले को हराया। रामा रोजाना पांच लीटर दूध पीते हैं। उनका बाइसेप 19 इंच तो छापी 47 इंच की है।